बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन ने कहा कि वह अपना राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं लौटाएंगी क्योंकि यह सम्मान उन्हें राष्ट्र ने दिया है, सरकार ने नहीं।
यह टिप्पणी ऐसे समय सामने आई है जब कुछ प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने एफटीआईआई छात्रों के साथ एकजुटता दिखाते हुए और देश में बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए हैं।
विद्या ने एक कनक्लेव में कहा, ‘‘यह सम्मान (पुरस्कार) राष्ट्र द्वारा दिया गया, सरकार द्वारा नहीं। इसलिए मैं इसे लौटाना नहीं चाहतीं।’’ विद्या ने साल 2012 में ‘द डर्टी पिक्चर’ में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।
फिल्मकार दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन सहित 10 फिल्मी हस्तियों ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए हैं। इसके अलावा, विद्या ने कहा कि उनकी राजनीति में शामिल होने में कोई रुचि नहीं है क्योंकि वह इसमें ‘‘बुरी तरह नाकाम’’ होंगी।