उत्तरी दिल्ली नगर निगम का कारनामा, संकेतकों पर लगवा दिये अवैध होर्डिंग्स


अशोक कुमार निर्भय

सूचना एवं विज्ञापन विभाग उत्तरी दिल्ली नगर निगम का कारनामा के काली कमाई के बारे में निगमायुक्त समेत पुरे सतर्कता विभाग को जानकारी है। इतनी बड़ी काली कमाई के कारण यह अधिकारी कोई ठोस कदम उठाने की बजाय मौन स्वीकृति देकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है। करोलबाग जोन के अन्तर्गत आने वाले मोतीनगर,करमपुरा,कीर्ति नगर,नारायण,पटेल नगर,राजिंदर नगर में सूचना एवं विज्ञापन विभाग करोलबाग सूचना एवं विज्ञापन जोन इंस्पेक्टरों की मिलीभगत के बेखौफ चल रहा है।मोतीनगर थाने के सामने बने संकेतक पर निगम के अधिकारीयों ने अपनी जेबे भरकर संकेतक जिसपर रास्ते और जगह का नाम अंकित होता है उसी पर अवैध रूप से सी टी सी प्लाजा का होर्डिंग्स लगवा दिया है। इस अवैध होर्डिंग्स और यूनिपोलों के माध्यम से यह अफसर लाखों रुपए की कमाई हर महीने कर रहे है। इस खेल के चलते करोड़ों के राजस्व का नुक्सान उत्तरी दिल्ली नगर निगम को हो रहा है.जबकि निगम केंद्र सरकार से 700 करोड़ देने की मांग कर रहा है। 

जानकारों की माने तो निगम में भ्रष्टाचार दूर करे राजस्व बढ़ने की दिशा में सख्ती के साथ कदम उठाये जाये तो निगम में घटा नहीं है। अरबों का हाउस टैक्स,कन्वर्ज़न शुल्क,पार्किंग शुल्क,होर्डिंग्स और यूनिपोलों से होने वाले राजस्व को वसूलना होगा। लेकिन भ्रष्ट निगम अधिकारीयों और कर्मचारियों के कारण आज यह नौबत आ गयी है की निगम के पास वृद्धों और अपने सेवानिवृत कर्मचारियों को देने के लिये पेंशन तक देने को पैसा नहीं हैं.वर्दी,एरियर सर्विस बुक में हस्ताक्षर करवाने के बाद भी पैसा कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। लेकिन आलिशान कमरों में बैठे निगम के नेता मालामाल कैसे हो रहे है इसका जवाब कोई खुलकर नहीं देता।