लॉरेन रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा रिलोडेड’ में जज के तौर पर दिख रही है और बॉलीवुड की सबसे सफल नृत्य कलाकारों में से एक हैं। वह ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी’ और ‘वेलकम टू कराची’ जैसी फिल्मों में सफल आइटम नंबर कर चुकी हैं और आगामी फिल्म ‘वेलकम बैक’ भी एक आइटम नंबर में नजर आएंगी।इसके अलावा एक पंजाबी फिल्म ‘अमृतसरिया’ में भी अभिनय कर रही है।
फिल्म ‘एबीसीडी-2’ में अभिनेता वरुण धवन और अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने भी काम किया है। उनके बीच काम करने को अभिनेत्री लॉरेन अपना सौभाग्य मानती है। उनका का कहना है कि ‘रेमो जैसे शांत और सहज निर्देशक के साथ काम करना उनका सौभाग्य है। ‘इस फिल्म में बहुत सारे कलाकार हैं, तो ऐसे में रेमो जैसे शांत और सहज निर्देशक के साथ काम करना सौभाग्य रहा। वह भी कुशल नर्तक और कॉरियोग्राफर हैं, इसलिए वह मेरी स्थिति को समझ सकते थे।’
अमेरिका से भारत का सफर करते हुए डांस आधारित पहली थ्रीडी फिल्म ‘एबीसीडी’ में अभिनय करने से लेकर सेलीब्रिटी डांस शो ‘झलक दिखला जा’ में हिस्सा लेने और बाद में उसका जज बनने तक का अपना अनोखा सफर पूरा करने वाली डांसर-अभिनेत्री लॉरेन गॉटलिब का कहना है कि उनका नसीब उन्हें भारत लेकर आया। यह बात उन्होंने नई दिल्ली स्थित रेडिसन ब्लू में एक मुलाकात के दौरान कहीं।
लाॅरेस ने कहा, ‘‘एबीसीडी’ का प्रस्ताव मेरे लिए जीवन के बहुत ही महत्वपूर्ण समय पर आया था। पश्चिम में आप अभिनय और नृत्य एक साथ नहीं कर सकते लेकिन मैं दोनों करना चाहती थी। और एक साल तक अभिनय करने के बाद ऐसा समय आया जब मैं हॉलीवुड फिल्म ‘स्टेप अप फोर’ में मुख्य किरदार के लिए दौड़ में थी। लेकिन मेरी बजाए मेरी एक बहुत अच्छी दोस्त को यह किरदार मिला।’
लॉरेन ने कहा, ‘उसी रात मुझे यूटीवी से ‘एनी बडी कैन डांस’ को लेकर एक ईमेल मिला और वह मुझे इसमें लेना चाहते थे। मुझे लगता है कि ईश्वर ने मुझे यह मौका दिया और दोबारा सोचे बिना मैं यहां (भारत) आ गयी।’
फिल्म ‘एबीसीडी-2’ अभिनेत्री लॉरेन गॉटलिब का कहना है कि रेमो जैसे शांत और सहज निर्देशक के साथ काम करना उनका सौभाग्य है। उनका यह भी कहना है कि ‘इस फिल्म में बहुत सारे कलाकार हैं, तो ऐसे में रेमो जैसे शांत और सहज निर्देशक के साथ काम करना सौभाग्य रहा। वह भी कुशल नर्तक और कॉरियोग्राफर हैं, इसलिए वह मेरी स्थिति को समझ सकते थे।’
अमेरिकी नागरिक लॉरेन कहती हैं कि परिवार से इतना दूर रहने के कारण वह खुश नहीं हैं।
यह पूछे जाने पर कि जब उन्होंने भारत में काम करने का फैसला किया, तब घरवालों की क्या प्रतिक्रिया थी? लॉरेन ने कहा, ‘उन्होंने मेरा हर काम में साथ दिया और मेरे हर चुनाव में साथ खड़े रहे। मैं जानती हूं कि घर से इतना दूर होने के कारण उन्हें दुख पहुंचता है। मैं सुबह या देर रात ही उनसे फोन पर बात कर पाती हूं। उनके लिए यह मुश्किल है, पर वे जानते हैं कि मैं अपने दिल की सुनती हूं।’