वरिष्ठ पत्रकार, ‘पुनर्वास’ साप्ताहिक के संपादक और जाने माने फिल्म समीक्षक श्री प्रदीप सरदाना को प्रतिष्ठित ‘गौरव शिरोमणि सम्मान’ से सम्मानित किया गया. पत्रकारिता एवं सामजिक क्षेत्र में किये गए उत्कृष्ट कार्य और सराहनीय योगदान के लिए श्री सरदाना को यह पुरस्कार नयी दिल्ली के एनडीएमसी ऑडिटोरियम में आयोजित दक्षिण एशियाई देशों के तीसरे सार्क जादू उत्सव में सुप्रसिद्द जादूगर सम्राट शंकर,पी सी सरकार, और अशोक खरबंदा द्वारा प्रदान किया गया.आईबीएम संस्था और जादू कला ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस सार्क उत्सव में देश विदेश के 250 से अधिक जादूगर और कलाकार सम्मिलित हुए.
पिछले लगभग 40 बरसों से पत्रकारिता में सक्रिय श्री प्रदीप सरदाना ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत मात्र 13 बरस की आयु में ही कर दी थी. वह देश के सबसे कम उम्र के संपादक भी हैं. श्री सरदाना ने अपने समाचार पत्र ‘पुनर्वास’ का जब प्रथम प्रकाशन आरम्भ किया तब वह मात्र 17 बरस के थे.उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह पत्रकार के रूप में देश के लगभग तमाम प्रतिष्ठित समाचार पत्र पत्रिकाओं से जुड़ते चले गए.जिनमें नवभारत टाइम्स,हिन्दुस्तान,दैनिक जागरण,अमर उजाला,जनसत्ता,लोकमत समाचार,दैनिक ट्रिब्यून,हरि भूमि,राजस्थान पत्रिका,आज और सांध्य टाइम्स सहित इंडिया टुडे,साप्ताहिक हिन्दुस्तान और धर्मयुग जैसी पत्रिकाएं शामिल हैं. देश में टीवी पर पत्रकारिता की शुरुआत भी श्री सरदाना ने की. प्रदीप सरदाना प्रिंट मीडिया के साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भी 1980 के दशक से जुड़े हैं. वह आज के लगभग सभी प्रमुख टीवी चैनल्स के साथ एक्सपर्ट पेनेलिस्ट व् फिल्म टीवी विशेषज्ञ के रूप में तो जुड़े ही हैं साथ ही विभिन्न चैनल्स के लिए डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण- निर्देशन के कार्य में भी वह सक्रिय हैं. लेखको,पत्रकारों और कलाकारों की संस्था ‘आधारशिला’ के अध्यक्ष के रूप में भी श्री सरदाना बहुत सी नयी प्रतिभाओं को सामने लाने के साथ कला,समाज और साहित्य की दुनिया में अपना यथा संभव योगदान देते रहते हैं.