(द्वारका परिचय न्यूज़ डेस्क)
27 अक्टूबर, 2018 हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि किसी भी प्रोफेशन में प्रशिक्षण की बहुत जरूरत होती है। इस प्रकार के कार्यशाला के आयोजन से पत्रकार अपडेट होते हैं। सोशल मीडिया के जमाने में विभिन्न प्रकार के तौर-तरीकों को जानना जरूरी है।
श्री खट्टर ने शनिवार को हरियाणा भवन में ‘डिजिटल मीडिया में रोजगार की संभावनाएं’ विषयक कार्यशाला को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली पत्रकार संघ और भारतीय जन संचार संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में किया गया था।
श्री खट्टर ने कहा कि पत्रकारों की जिम्मेदारी अधिक है। वास्तविकता से दाएं-बाएं जाने की बजाय वस्तुस्थिति को प्रस्तुत करना चाहिए। न्यूज में व्यूज न मिलाएं। संपादकीय और स्तंभ में व्यूज लिखें।
भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक श्री के.जी. सुरेश ने कार्यशाला के समापन-सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरीके से टेक्नोलॉजी में बदलाव आ रहा है, ऐसे में हर पत्रकार को प्रशिक्षण की जरूरत है। जिस दिन पत्रकार यह मान लेगा कि मैं सर्वज्ञ हूं, सब कुछ जान गया तो उसी दिन उसका विकास रुक जाएगा।
श्री सुरेश ने कहा कि सामान्य वेबसाइट बनाने के लिए मैं सिफारिश नहीं करूंगा। इस प्रकार की अनेक वेबसाइटें काफी सक्रिय हैं। ऐसे में विशेष विषय केंद्रित वेबसाइट एवं यूट्यूब चैनल बनाने की आवश्यकता है। वेबसाइट की एक यूएसपी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी में कितना भी बदलाव आए लेकिन विषयवस्तु सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। कॉपी-पेस्ट से काम नहीं चलेगा। ओरिजिनल कंटेट और विश्वसनीयता की जरूरत है।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में प्रसिद्ध तकनीकविद् एवं माइक्रोसॉफ्ट में निदेशक-(स्थानीयकरण) श्री बालेंदु शर्मा दाधीच ने कहा कि आनेवाला समय डिजिटल मीडिया का है। नई तकनीक से तालमेल बिठाते रहना चाहिए। यह हमें अपने प्रोफेशन में मजबूत बनाता है। नई चीजें सीखते हैं तो विकल्प खुला रहता है। उन्होंने कहा कि जिज्ञासु प्रवृत्ति रखें और लर्निंग के खिलाफ प्रतिरोध न करें।
श्री दाधीच ने कहा कि जहां तक कंटेट का सवाल है, वीडियो महत्वपूर्ण होनेवाला है। इंटरनेट पर आय अर्जित करने का सबसे प्रभावी माध्यम यूट्यूब है। यूट्यूब पर 93 प्रतिशत वीडियो भारतीय भाषाओं में देखे जाते हैं, जबकि केवल 7 प्रतिशत अंग्रेजी में। मोबाइल पर हर 10 में से 9 यूजर भारतीय भाषाओं में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए भारत में फेसबुक के 27 करोड़ यूजर हो चुके हैं।
हरियाणा भवन में आयोजित इस कार्यशाला में डिजिटल मीडिया के कई विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे और पत्रकारों को तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार और तकनीकविद् सत्य प्रकाश, ऑनलाइन माध्यम के तकनीकी विशेषज्ञ मनीष कपूर, सोशल मीडिया विशेषज्ञ करिश्मा दुग्गल, फर्स्टपोस्ट डॉट कॉम के राजनीतिक संपादक श्री संजय सिंह, स्वतंत्र पत्रकार और कॉन्टेंट विशेषज्ञ सुश्री गगनदीप कौर, नवभारत टाइम्स डिजिटल के संपादक श्री प्रभाष झा के नाम उल्लेखनीय हैं। कार्यशाला में युवा पत्रकारों के साथ कई वरिष्ठ पत्रकारों ने न केवल हिस्सा लिया बल्कि तकनीक की बारीकियों को भी समझा।
कार्यशाला में हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा भी उपस्थित रहे। दिल्ली पत्रकार संघ (डीजेए) के अध्यक्ष श्री मनोहर सिंह ने डीजेए के बारे में बताते हुए कहा कि यह संगठन पत्रकारों के हितों में निरंतर सक्रिय रहता है। कार्यशाला के संयोजक एवं दिल्ली पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री अनिल पांडेय ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि डिजिटल मीडिया के माध्यम से पत्रकार कैसे स्वयं सक्षम होकर पत्रकारिता कर सकता है, यह हमारा उद्देश्य है। दिल्ली पत्रकार संघ के महासचिव श्री प्रमोद सैनी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यशाला में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (एनयूजे) के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रभु, पूर्व महासचिव केएन गुप्ता, वर्तमान उपाध्यक्ष मनोज मिश्र के अलावा डीजेए के पूर्व अध्यक्ष हेमंत विश्नोई भी मौजूद थे। इस कार्यशाला के आयोजन में डीजेए के सचिव संजीव सिन्हा सहित संतोष सूर्यवंशी, निशी माथुर और विजयलक्ष्मी का विशेष योगदान रहा।
(साभार: दिल्ली पत्रकार संघ)