गुरुवार,10 जनवरी, 2019, नई दिल्ली: विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य विश्व में राष्ट्रीय भाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। इसी उद्देश्य से प्रेरित होकर नेपाल से प्रकाशित होने वाली हिमालिनी पत्रिका एवं द्वारका परिचय मीडिया ग्रुप समूह के संयुक्त प्रयासों से द्वारका स्थित श्री वेंकटेश्वर स्कूल में “हिन्दी भाषा और हम” विषय पर वरिष्ठ पत्रकार एस. एस. डोगरा के मार्गदर्शन में स्कूली बच्चों संग विशेष सभा का सफल आयोजन हुआ।
श्री वेंकटेश्वर स्कूल की प्रधानाचार्या सुश्री नीता अरोड़ा ने अपने सम्बोधन में कहा कि “भारतीय संस्कृति, भाषा के विकास के साथ सुद्र्ड़ हुई। भाषा से सिर्फ आम बोलचाल ही नहीं होती। भाषा के द्वारा विचारों का आदान-प्रदान, राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रप्रेम, की भावना को सुदृड करने में भी बहुत मदद मिलती है। हिन्दी भाषा, भारत की राष्ट्रीय भाषा है। और हिन्दी भाषा का विकास देश के विकास के लिए काफी जरूरी है। हिन्दी भाषा, हमारे देश की पहचान है और सभी नागरिकों को इसको सीखना चाहिए।“
जिसमें बतौर मुख्यातिथि श्री एस. एस. डोगरा जी ने स्कूली बच्चों को सबोधित करते हुए कहा कि “हमें अपनी राष्ट्र भाषा हिन्दी पर गर्व करना चाहिए। अपने देश में एकता एवं अखंडता बनाए रखने के लिए हिन्दी भाषा में ही वार्तालाप करना चाहिए। जैसी रशियन एवं चाइनीज नागरिक अपने देश की भाषा बोलते है हमें भी अपनी हिन्दी भाषा में ही बोलने में अपनी अपनी शान समझना चाहिए। इस सुवसर पर स्कूल के अध्यापिकाओं सुश्री प्रीति ठाकरन, सुश्री ज्योति, व सुश्री सरिता सहित विध्यार्थियों ने भी हिन्दी भाषा की महत्वत्ता, प्रचलन, विकास एवं उत्थान बारें में अपने-अपने सुविचार व्यक्त किए। ` इसी हिन्दी भाषा पर केन्द्रित विशेष सभा में स्कूली बच्चों ने एकल अभिनय “गांधारी का श्राप” तथा लघु नाटिका “कनवा नाई” को प्रभावशाली ढंग से पेश किया।
इस विशेष सभा का संयोजन सुश्री विनीत तौमर तथा सुश्री श्वेता कथुरिया ने किया। इसमें मेजबान स्कूल के 250 से भी अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्र्म के अंतिम पड़ाव में इस सभा के मुख्यातिथि एस. एस. डोगरा को द्वारका परिचय एवं हिमलिनी का प्रतिनिधित्व करने के लिए स्कूल की ओर से पौधा स्प्रेम भेंट किया गया। समस्त सभा का मंच संचालन महक एवं नलिन ने बेहतरीन अंदाज में किया। इस हिन्दी भाषा सभा का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।