इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल हरियाणा शाखा द्वारा ऑनलाइन काव्य संगोष्ठी आयोजित

नई दिल्ली:12 जुलाई :2020: (द्वारका परिचय न्यूज डेस्क) इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल हरियाणा शाखा के सौजन्य से ऑनलाइन देश प्रेम एवं प्रेरणा गीत काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ चंद्रमणि ब्रह्मदत्त अध्यक्ष इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल दिल्ली मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे ! वहीं श्री एस एस डोगरा ब्यूरो प्रमुख हिमालिनी पत्रिका नेपाल और मीडिया प्रभारी इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल दिल्ली विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ कृष्णा आर्य ने की । कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन डॉ इंदिरा गुप्ता यथार्थ और श्रीमती शीला गहलावत सीरत ने अपनी विशिष्ट शैली में किया। संस्था के महासचिव श्री परमानंद दीवान के मार्गदर्शन व देखरेख में आयोजित इस काव्य संगोष्ठी में कुल 21 प्रतिभागियों ने अपनी देशभक्ति पूर्ण काव्य रचनाएं प्रस्तुत की। सभी रचनाकारों ने अपनी काव्य प्रतिभा का परिचय देते हुए मधुर स्वर में अपनी रचना का ऑडियो और लिखित रचना पटल पर साझा की। पटल पर उन रचनाओं को सभी श्रोताओं व दर्शकों द्वारा पढ़ा और सुना गया जिसकी श्रोताओं ने जमकर तारीफ की। राष्ट्र-रक्षा हेतु आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री चंद्रमणि ब्रह्मदत्त ने इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल हरियाणा के पटल पर आयोजित हो रही सभी गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि विलुप्त होती हुई लोक भाषाओं, लोक संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के लिए स्थापित की गई है।

इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल संस्था देश के 31 राज्यों में बेहतर काम कर रही है और इन सभी 31 राज्यों में बहनों ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी उठा रखी है वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी बहनों का वर्चस्व कायम है। उनके अनुसार महिलाओं को सम्मान देना, जिम्मेदारी देना और अधिकार देना उनके मिशन का अहम हिस्सा है और संस्था के महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक है। इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ कृष्णा आर्य ने बताया कि मंच के तत्वाधान में 32 काव्य गोष्ठियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है जिसके तहत पांच ऑनलाइन काव्य संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया है। संस्था के महासचिव परमानंद दीवान ने बताया कि मात्र 2 साल की समयावधि में ही हरियाणा की इंद्रप्रस्थ शाखा ने बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धियां कायम की हैं। उन्होंने बताया कि प्रांत के बहुत से जिलों में समितियों का गठन किया जा चुका है और बाकी जिलों में भी जिला अध्यक्ष का पद शीघ्र ही भर दिया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय टीम की तर्ज पर बहनों को ही दी जाएगी।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री एस एस डोगरा ब्यूरो चीफ हिमालिनी पत्रिका नेपाल और मीडिया प्रभारी इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल दिल्ली ने अपने विशिष्ट अतिथि संभाषण व संबोधन में बताया कि संस्था के पटल पर आयोजित काव्य संगोष्ठी को सुनकर और पढ़कर उन्हें बहुत अच्छा लगा है। उन्होंने संस्था की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष डॉ कृष्णा आर्या के कार्यों व नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि सभी काव्यकारों और रचनाकारों ने हरियाणवी लोक संस्कृति और भारतीय सभ्यता को अपनी रचनाओं के माध्यम से बहुत ही बेहतर व प्रभावपूर्ण शैली में प्रस्तुत किया है। उनके अनुसार देशभक्ति पूर्ण भाव सभी रचनाओं में स्पष्ट रूप से प्रकट हुए और रचनाकारों ने देशभक्ति की भावना, राष्ट्रीय एकता, स्त्री सशक्तिकरण और वीर सैनिकों को अपनी वीरता के शब्दों से सुशोभित किया। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन डॉक्टर इंद्रा गुप्ता यथार्थ और शीला गहलावत सीरत ने संयुक्त रूप से किया। दोनों प्रतिनिधियों के कुशल संचालन में 21 रचनाकारों ने अपनी काव्य प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुसुम श्रीवास्तव दिल्ली अध्यक्ष, परमानंद दीवान महासचिव, सुरेखा शर्मा, वीणा अग्रवाल, नीरजा शर्मा, मोनिका शर्मा पुष्प लता आर्य, छतर सिंह वर्मा आदि के साथ बहुत से साहित्यकार और रचनाकार उपस्थित रहे। आज की काव्य गोष्ठी कार्यक्रम में भाग लेने वालों में मुख्य रूप से दर्शना सुभाष पाहवा, राकेश मेहता, आभा साहनी, अशोक योगी, प्रदीप योगी, प्रीति चौधरी, नीरू मित्तल, सुनिता गर्ग, कविता गुरुग्राम, राशि श्रीवास्तव, एकता डांग, निर्मला, बबीता गर्ग, लाडो कटारिया, दर्शना सुभाष पाहवा, योगेश हरियाणवी, नीरजा शर्मा, डॉ सरोज गुप्ता, रजनी बजाज, मोनिका शर्मा , शीला गहलावत, इंदिरा गुप्ता, छतरसिंह वर्मा आदि ने अपना बेहतर काव्य प्रस्तुतीकरण दिया। इन्द्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ कृष्णा आर्या व समस्त पदाधिकारियों ने सभी प्रतिभागियों की प्रतिभा की जमकर हौसलाअफजाई की।और उनके काव्य को राष्ट्र रक्षा हेतु बहुमूल्य व अत्यंत उपयोगी बताया तथा उनके मंगलमय भविष्य की कामना करते हुए उनकी प्रतिभा की भूरी भूरी सराहना की।