मशहूर संगीतकार सी. रामचंद्र की 101वीं जयंती मनाई
-ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आँख में भर.लो पानी,जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी गीत के मशहूर संगीतकार सी. रामचंद्र को आज उनकी 101वीं जन्म जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ एवंनेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म फॉउंडेशन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आज उत्तर पश्चिम दिल्ली के रोहिणी स्थित सेक्टर-36 बरवाला में ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष दयानंद वत्स के सान्निध्य में मशहूर फिल्म संगीतकारसी. रामचंद्र की 101वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर सी. रामचंद्र के संगीतबद्ध चुनींदा गीतों को सुनकर उन्हें करोडों संगीत प्रेमियों की और से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर सी. रामचंद्र को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्री वत्स कहा कि प्रदीप के लिखे, सी. रामचंद्र द्वारा संगीतबद्ध किए और लता मंगेशकर द्वारा गाए गए अमर देशभक्ति गीत गीत ऐ मेरे वतन के लोगो जो 26 जनवरी 1963 को प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के सामने गाया गया था और जिसे सुनकर नेहरू जी रो पडे थे उसी अमर गीत को दुनिया के सामने पेश करने वाले सी. रामचंद्र ही हैं। आज लता मंगेशकर को इस गीत को गाए हुए 53 साल बीत गये हैं और इस गीत से लता भी अमर हो गई लेकिन सी. रामचंद्र कहीं गुमनाम नजर आते हैं। सी. रामचंद्र काहिंदी फिल्मजगत में अविस्मरणीय. योगदान है। मेरे पिया गये रंगून वहां से किया है टेलीफून, शोला जो भडके, दिल मेरा धडके, आना मेरी जान संडे के संंडे,अनारकली और नवरंग सहित सैंकड़ों फिल्मों के तमाम गीत और उनका संगीत आज भी चाव से सुना जाता है।श्री वत्स ने कहा कि भारत में प्रसिद्ध संगीतकारों की एक लंबी परंपरा है जिनमें सी. रामचंद्र संगीत के बादशाह हैं।