अशोक कुमार निर्भय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार राजधानी के द्वारका सेक्टर -10 में द्वारका रामलीला सोसाइटी द्वारा आयोजित रामलीला एवं दशहरा रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 107 फुट के रावण के पुतले का दहन किया।इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा,द्वारका रामलीला सोसाइटी के संरक्षक एवं पूर्व भाजपा विधायक राजेश गहलोत भी उपस्थित थे। रावण दहन से पहले श्री मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विजयदशमी लोगों से अपील की कि वे नवरात्र की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने एवं उनकी गरिमा की रक्षा करने के लिए काम करें।
उन्होंने लोगों से अपील की कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए वे खाना बर्बाद नहीं करने, ऊर्जा एवं जल का संरक्षण करने और एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि जिस देश में नवरात्र में देवी की पूजा की जाती है, वहां लोगों को इस त्यौहार की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने के साथ साथ उनकी गरिमा की रक्षा करने की दिशा में काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका श्री राम लीला सोसाइटी में आयोजित दशहरा समारोह में यह बात कही। इस कार्यक्रम में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। इस अवसर प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को दशहरा की बधाई देते हुए कहा कि भारत उत्सवों का देश है। उन्होंने कहा, ‘‘उत्सव हमारे देश का जीवन हैं। इस दीपावली हमें अपनी उन बेटियों को सम्मानित करना चाहिए जिन्होंने कुछ हासिल किया है या दूसरों को प्रेरित किया है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वायुसेना दिवस भी मनाया जा रहा है और देश को वायुसेना पर गर्व है। मोदी ने मंच पर राम, सीता और लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे प्रतिभागियों के माथे पर तिलक लगाया। द्वारका श्री रामलीला सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश गहलोत ने बताया कि रावण का 107 फुट ऊंचा पुतला और कुम्भकर्ण एवं मेघनाद के पुतले पर्यावरण अनुकूल पटाखों से तैयार किए गए थे।