सकारात्मक भारत-उदय दस दिवसीय बिहार यात्रा शुरू

भगवान महावीर और बाबा साहेब डा अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल से टीम आरजेएस की आजादी की सकारात्मक भारत-उदय बिहार यात्रा शुरू हुई जो बाबू वीर‌ कुंवर सिंह  विजयोत्सव 23 अप्रैल तक चलेगी। सकारात्मक भारत आंदोलन साढ़े छे साल से चल रहा है।

भारत सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव में जनभागीदारी करते हुए अबतक तिरेसठ कार्यक्रम संपन्न हो चुके हैं। इस यात्रा से संपूर्ण राष्ट्र को बिहार के गौरव और निवासियों के सकारात्मक व रचनात्मक विचार से अवगत कराया जाएगा। राम जानकी संस्थान ,आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र, टीजेएपीएस केबीएसके ,गुंटेगेरी, हुगली पश्चिम बंगाल के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि यात्रा के दौरान  लगातार लोगों से रूबरू होकर  लाईव प्रसारण मेंआजादी के महानायकों की चर्चा की जाएगी और विभिन्न विषयों पर फीजिकल और वर्चुअल बैठकें होंगी। 17अप्रैल को “सहयोग से समृद्धि” विषय पर बिहार के पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चौधरी अशोकपुरी, बेली रोड,पटना बिहार में आजादी की अमृत गाथा के चौसठवें कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करेंगे। कार्यक्रम के सहआयोजक श्री रामजग सिंह , अध्यक्ष अशोक पुरी हाउसिंग कोआपरेटिव सोसायटी ने बताया कि इसमें प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद और बिहार के पुलिस उपमहानिरीक्षक  स्व० रामलक्ष्मण सिंह को श्रद्धांजलि दी जाएगी। 

इस कार्यक्रम का लाईव प्रसारण आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया यूट्यूब चैनल पर होगा।आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना के नेतृत्व में चल रही दस दिवसीय  यात्रा में 15 अप्रैल को महिला स्नेह मिलन,16 अप्रैल को आरजेएस की बैठक के सह आयोजक डा किशोर झुनझुनवाला  कंकड़बाग स्थित पालिका विनय हाॅस्पिटल में योग, अध्यात्म, चिकित्सा पर चर्चा के साथ बेसिक लाइफ सपोर्ट और CPR प्रशिक्षण का कार्यक्रम करेंगे। वहीं 18 अप्रैल को आरजेएस की बैठक के सह-आयोजक साहित्यकार व कवि डा बिनय कुमार बिष्णुपुरी ” “विविधा” के अंतर्गत जनहित रियल्टर्स के निदेशक हरेंद्र पटेल की अगुवाई में सकारात्मक बैठक करेंगे। रंगमंच को समर्पित संस्थान बिहार आर्ट थियेटर के प्रांगण में आरजेएस की बैठक प्रसिद्ध रंगकर्मी और बैट के संस्थापक अनिल कुमार मुखर्जी, अजित गांगुली और राजेंद्र प्रसाद वर्मा “तरूण” को श्रद्धांजलि देकर “रंगमंच की दशा-दिशा” पर विद्वतजनों से विचार विमर्श किया जाएगा।इसके अलावा अन्य बैठकों में बिहार की कृषि, उद्योग,अलग अलग भाषाओं , बोलियों और समृद्ध कला व साहित्य के साथ साथ विरासत की चर्चा भी की जाएगी।प्रथम स्वाधीनता संग्राम के सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव पर 23 अप्रैल को चर्चा के साथ ही आजादी की‌ सकारात्मक भारत-उदय बिहार यात्रा संपन्न हो जाएगी।