दिल्ली पुस्तक मेला, प्रगति मैदान में आरजेएस आजादी की अमृत गाथा की साहित्यिक गोष्ठी व पुस्तक वितरण कार्यक्रम

आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आईटीपीओ द्वारा एफआईपी के सहयोग से 22 दिसंबर से 26 दिसंबर तक 26वां दिल्ली पुस्तक मेला और स्टेशनरी ऑफिस ऑटोमेशन व उपहार मेला 2022 का आयोजन किया जाएगा।

 आरजेएस पॉजिटिव मीडिया और आरजेएस वाणी द्वारा प्रगति मैदान के हॉल नंबर 3-4 के मीडिया सेंटर में आजादी की अमृत गाथा- साहित्यिक गोष्ठी , पुस्तक वितरण और सम्मान समारोह का तीन दिवसीय कार्यक्रम किया जाएगा। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि कार्यक्रम फिजिकल व वर्चुअल दोनों मोड में होगा जिसमें महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में सम्मान समारोह भी होगा । सभी कार्यक्रमों का आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया के यूट्यूब चैनल पर लाईव प्रसारण होगा।

श्री मन्ना ने कहा कि शुक्रवार 23 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस पर खुसरो फाउंडेशन के सहयोग से सायं 3 बजे  और राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर द अवेयर कंज्यूमर के सहयोग से रविवार 25 दिसंबर को सुबह 11 बजे “पुस्तकें:मन-मस्तिष्क की खुराक” विषय पर सकारात्मक वार्ता का आयोजन किया जाएगा।

शनिवार 24 दिसंबर को पुस्तक मेला में आए प्रकाशकों, लेखकों और मेला दर्शकों के बीच ग्राउंड रिपोर्टिंग की जाएगी।

 इस कार्यक्रम में अतिथियों व पुस्तक प्रेमियों को आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया द्वारा डायमंड बुक्स और द अवेयर कंज्यूमर ‌तथा अन्य प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित पुस्तकें व पत्रिकाओं का वितरण किया जाएगा। मेला में अंग्रेजी नववर्ष से नवसंवत्सर 2023 तक आरजेएस प्रसारण-भवन की सकारात्मक पत्रकारिता मुहिम का लोकार्पण होगा।

तीन दिवसीय संगोष्ठी में मेला आयोजक आईटीपीओ और एफआईपी के पदाधिकारीगण,पद्मश्री से सम्मानित प्रोफेसर अख्तरुल वासे , नेशनल बुक ट्रस्ट में संपादक  व साहित्यकार डा.लालित्य ललित, हिंदी सलाहकार समिति( संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार) के सदस्य डॉ हरिसिंह पाल, उपभोक्ता मामलों के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ प्रोफेसर बिजाॅन कुमार मिश्रा, आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर, हिंदी अकादमी के उप सचिव ऋषि कुमार शर्मा, वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव नरेंद्र भंडारी,द टेंपल ऑफ अंडरस्टैंडिंग के महासचिव डॉ एके मर्चेंट, मानवाधिकार कार्यकर्ता शबनम खान, कवि व चित्रकार संजय वशिष्ठ, कवयित्री सपना सक्सेना दत्ता “सुहासिनी” कवि व संपादक आर एस सुंदरम्, एडवोकेट सुदीप साहू और गायक प्रशांत श्रीवास्तव को आमंत्रित किया गया है।