सकारात्मक भारत आंदोलन की सूत्रधार टीम आरजेएस-टीजेएपीएस ने रविवार 12सितंबर को आजादी की अमृत गाथा-7 में आचार्य विनोबा भावे और कवयित्री महादेवी वर्मा को श्रद्धांजलि देकर वरिष्ठ नागरिकों का स्वस्थ और सकारात्मक जीवन पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
राम जानकी संस्थान ,नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र पश्चिम बंगाल के सचिव सोमेन कोले की अगुवाई में द्वारा हैल्दी यू फाउंडेशन के सहयोग से वेबिनार आयोजित हुआ। पूर्व एमसीडी निदेशक व आरजेएस ऑब्जर्वर दीप माथुर ने अतिथियों का स्वागत किया और आरजेएस सूचना केंद्र जमशेदपुर की प्रभारी ,प्राचार्या डा.पुष्कर बाला ने अपने माता-पिता स्व०देव वंश सहाय-सिंगारी देवी की स्मृति में महादेवी वर्मा के नाम पर घोषित आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान पर प्रकाश डाला।
उदय मन्ना ने आचार्य विनोबा भावे के आजादी के संघर्ष,जेल और भूदान आंदोलन के सर्वोदय सिद्धांत को सामने रखा।वेबिनार में मुख्य अतिथि डॉ जी एस ग्रेवाल, सीनियर कंसल्टेंट एल्डर केयर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल और अध्यक्ष दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने बुजुर्गों के बीच सक्रिय उम्र बढ़ने के प्रचार के लिए समाज को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया। ऐसा करने के लिए डब्ल्यूएचओ-द एज-फ्रेंडली कम्युनिटीज एंड सिटीज इनिशिएटिव द्वारा रणनीति का सुझाव दिया गया है, उन्होंने बताया कि वेलनेस हेल्थ एंड यू ने एसडीएमसी के वार्ड 89 में एज-फ्रेंडली इंडिया लॉन्च किया है। यह देश में पहली समुदाय आधारित पहल है; इसमें उम्र बढ़ने के सभी हितधारक शामिल हैं। विशिष्ट अतिथि कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. बिजॉन मिश्रा ने कहा कि”वरिष्ठ नागरिकों के रूप में हमें पूर्ण स्वास्थ्य देखभाल कवरेज (निवारक और उपचारात्मक) वित्तीय स्वतंत्रता और सम्मान के साथ पहचान की आवश्यकता है। यह वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के अनुसार एक कानून बनना चाहिए। हमारे पास बिना किसी भेदभाव के इन सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए भारत में सभी संसाधन उपलब्ध हैं।
फैमिली और जियाट्रिक मेडिसिन की संस्था डॉगजिनी-टेलीमेडिसिन की संस्थापक डॉ रचना कुचेरिया ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा किवरिष्ठ नागरिकों को अपने परिवार और लोगों के साथ संपर्क में रहना चाहिए अकेलापन ठीक नहीं रहता । जो कुछ शौक है उसको जिंदा रखना चाहिए और मन को भी अच्छी खुराक देने के लिए गाना-हंसना ,शौकिया खाना बनाना इन सब चीजों में रूचि रखनी चाहिए। वरिष्ठ नागरिकों को गिरने से बचना चाहिए क्योंकि हड्डी का जुड़ना इस उम्र में मुश्किल होता है।और अतिथि वक्ता डाइटिशियन और क्लिनिकल न्यूट्रीशनिस्ट ईशी खोसला ने कहा कि हमारी बीमारी की शुरुआत हमारे गलत खान-पान से होती है ।वरिष्ठ नागरिकों को ही नहीं बल्कि सभी लोगों के लिए यह उचित है कि वह अपने खाने में अनाज की मात्रा कम करें और फल और सब्जियों की प्रचुर मात्रा का इस्तेमाल करें। वेबिनार के माॅडरेटर थे जाने-माने स्वास्थ्य संपादक , मेडीकेयर न्यूज़ धनंजय कुमार.वेबिनार के अंत में सिनियर सिटीजन काउंसिल पंचकुला के अध्यक्ष आर पी मल्होत्रा ने वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े मुद्दों जैसे कि नैशनल कमीशन फार एल्डरली का गठन, आयुष्मान भारत के अंतर्गत हेल्थ इंश्योरेंस, हास्पिटलज में गेरिएट्रिक वार्डो की स्थापना और अधिक से अधिक पांच हजार की आबादी तक एक चौपाल एरिया की स्थापना , पर विचार रखे और मांग की कि आर जे एस इन मांगों को सरकार तक लेकर जाए।वेबिनार का समापन आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।