74वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में राम जानकी संस्थान के आरजेएस आजादी की अमृत गाथा के 119 वें कार्यक्रम में आरजेएस फैमिली राष्ट्र प्रथम वंदे मातरम के उद्घोष के साथ गुफ्तगू करेगी ।आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि “भारत के विकास में नागरिकों का दायित्व” पर चर्चा और आध्यात्मिक गुरु सुरजीत सिंह दीदेवार द्वारा “विकास व शांति के लिए अभ्यास मंत्र” दिया जाएगा।
रविवार 22 जनवरी की सुबह 11 बजे दिल्ली के ईस्ट पटेल नगर मेट्रो स्टेशन स्थिति दीदेवार जीवन ज्योति हॉल में देश के महापुरुषों नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद ठाकुर रोशन सिंह, राजेंद्र प्रसाद,जवाहरलाल नेहरु, डॉ. भीमराव अंबेडकर और परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की स्मृति को आरजेएस फैमिली से जुड़े डायमंड बुक्स, अध्यात्म योग संस्थान, प्रभात नमकीन-आरडी फूड प्रोडक्ट्स और वॉइस ऑफ बैंकिंग के संस्थापक व प्रतिनिधियों के साथ नमन् किया जाएगा। इसका आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया यूट्यूब चैनल पर लाईव प्रसारण होगा। ज़ूम वेबिनार में पाठक भी जुड़ सकते हैं।
दिल्ली सरकार में पूर्व ओएसडी और आरजेएस ऑब्जर्वर दीप चंद्र माथुर और आयोजन समिति के अध्यक्ष समाजसेवी राजेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर आयोजित गुफ्तगू में भाग लेने के लिए बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष मुरारी तिवारी, ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट और टीवी पैनलिस्ट शबनम खान, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के एडवोकेट आगा जिलानी, वाॅयस ऑफ बैंकिंग के संस्थापक अश्विनी राणा, अपने लोग संस्था के संस्थापक लक्ष्मण प्रसाद, ब्रह्मकुमारी आश्रम ईस्ट पटेल नगर की बीके शिल्पा बहन और अध्यात्म योग संस्थान के संस्थापक डॉ.रमेश कुमार को आमंत्रित किया गया है। श्री मन्ना ने बताया कि आजादी की अमृत गाथा का 120 वां और 121वां राष्ट्रीय वेबिनार केंद्रीय बजट को लेकर कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के सहयोग से 29 जनवरी और 5 फरवरी2023 को आयोजित होगा।
आरजेएस द्वारा भारत सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव में जनभागीदारी करते हुए 6 अगस्त 2023 तक 150 कार्यक्रम कर नई पीढ़ी को सकारात्मक पत्रकारिता और महापुरुषों के देश के लिए त्याग और बलिदान की कहानियों से रूबरू कराना है । इसके लिए सकारात्मक भारत-उदय भवन में आरजेएस पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस का निर्माण किया जाएगा। राष्ट्र प्रथम भारत एक परिवार एक घर की थीम पर पिछले साढे 7 साल से सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन चल रहा है और जगह-जगह सकारात्मक बैठकें आयोजित हो रही है।