आरजेएस पीबीएच साप्ताहिक सकारात्मक मीडिया संवाद अमृत काल का सकारात्मक भारत , जिसमें 30-31अगस्त को भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पवित्र अवसर बताया गया।सलाह दी गई कि 31अगस्त को साढ़े सात बजे के बाद रक्षाबंधन पूरे दिन मनाएं , लेकिन भद्रा काल की वजह से 30 अगस्त को रात नौ बजकर दो मिनट से कुछ देर ही रक्षा बंधन मना सकते हैं।
कार्यक्रम का आरंभ आरजेएस पीबीएच के संस्थापक श्री उदय कुमार मन्ना द्वारा शुरू किया गया । कार्यक्रम की मेजबानी पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता श्री प्रफुल्ल पांडे ने की, जबकि मुख्य वक्ता प्रसारण कर्मी,लेखक और प्रेरक वक्ता श्री पार्थ थपलियाल थे। इस अवसर पर आरजेएस, पटना केंद्र की प्रभारी डॉ. मुन्नी कुमारी ने भी संबोधित किया। आचार्य प्रभात शास्त्री ने बहनों को अपने भाइयों की कलाई पर राखी का पवित्र धागा बांधने के लिए शुभ मुहूर्त बताया, जो बहनों से मंगल कामना के साथ-साथ मिठाई भी प्राप्त करते हैं, साथ ही जरूरत पड़ने पर बहनों को पूरा समर्थन देने का वचन भी देते हैं। मुख्य वक्ता श्री थपलियाल ने त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कई पौराणिक कहानियाँ सुनाईं। यजमान ने पुराणों से जुड़े प्रसंग भी सुनाए। वेबिनार का समापन आध्यात्मिक गुरु सुरजीत सिंह दीदेवार के धन्यवाद ज्ञापन में बताए रक्षा सूत्र से हुआ ।
श्री उदय मन्ना द्वारा बताया गया कि वेबिनार से पहले आज सुबह आरजेएस पीबीएच प्रवक्ता अशोक कुमार मलिक के संचालन में रिकॉर्ड किया गया ।आरजेएस पीबीएच डेली पॉजिटिव डायलॉग-प्रथम राष्ट्र में नए पैनलिस्ट जो वेबिनार में भी मौजूद थे -डॉ. मुन्नी कुमारी, प्रफुल्ल पांडे, अली साजिद हुसैन, दुर्गा दास आजाद का उत्साह देखते ही बन रहा था. श्री मलिक ने पैनलिस्टों का ध्यान सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर लगातार चर्चा की अनिवार्यता पर केंद्रित किया और उन्होंने सभी आरजेएशिएन्स से अपेक्षा की कि वे सक्रिय रहें।
वेबिनार में, सौंदर्यपूर्ण रूप से तैयार आरजेएस पीबीएच न्यूज़लेटर का लोकार्पण श्री थपलियाल द्वारा किया गया गया और सभी आरजेसियंस को 2-3 सितंबर, 2023 के दौरान शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक ऑनलाइन प्रबोधन कार्यशाला में शामिल होने के लिए कहा गया । इस वेबिनार में मंजुलता थानवी ने राजस्थान में मनाए जा रहे रक्षाबंधन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में एडवोकेट सुदीप साहू, दूरदर्शन कर्मी इशहाक खान, आकांक्षा और आशीष