प्रेमबाबू शर्मा
आम तौर पर सभी फिल्मो की कहानी का आधार एक ही प्रेम कहानी पर आधारित होता है. नायक नायिका का प्यार, दो चार गाने, परिवार का विरोध, बस फिल्म पूरी. लेकिन अप्रवासी भारतीय निर्माता निर्देशक एवं लेखक मोहम्मद शमीम खान का कहना है कि उनकी फिल्म में दर्शको को सुब कुछ देखने को मिलेगा.
एक नए अंदाज में फिल्म ‘देखा जो पहली बार’ कि चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि फिल्म कि कहानी ‘डी डी एल जे’ और ‘डॉन’ नाम के कालेजो में पढने वाले लडको कि है, फिल्म का नायक राहुल (शाहनवाज खान), डी डी एल जे कालेज में पढता है, उसी कालेज में अनुपमा (कनिका) और नीलोफर (चारू अशोपा) भी पढती है, जबकि डॉन कालेज में गुंडा मानसिकता वाले आमिर माँ बाप के बच्चे पढ़ते हैं.
अनुपमा के दिल में राहुल के प्रति नफरत भर जाती है, क्योंकि उसे सीधे और सरल लडके पसंद हैं, राहुल भी सीधा लड़का है यह बात अनुपमा मानने के लिए तयार नहीं होती, राहुल अनुपमा के सामने गलतफहमी दूर करने और अपने दिल की बात उस तक पहुचाने के लिए नीलोफर का सहारा लेता है. नीलोफर राहुल की बात अनुपमा तक पहुचाने और उसे समझाने की कई बार कोशिश करती है लेकिन अनुपमा ध्यान नहीं देती.
कालेज की कई लडकियां भी राहुल को चाहती हैं लेकिन राहुल अनुपमा का ऐसा दीवाना हो जाता है की वह उसके बिना रहना नहीं चाहता है. राहुल नीलोफर को अपने दिल की बात बताता है की वो अनुपमा को बहुत प्यार करता है और उसके बिना जी नहीं सकता, राहुल की बात सुनकर नीलोफर को दुःख तो होता है, क्योंकि वो भी राहुल को बहुत प्यार करती है, फिर भी वह दोनों को मिलाने की कोशिश करती रहती है.
राहुल अपने आप में बदलाव लता है और स्पोर्ट्समैन बन जाता है, लेकिन अनुपमा या नीलोफर में से उसे कौन मिलती है जो कहती है देखा जो पहली बार………………….
इस फिल्म की शूटिंग मुंबई, लखनऊ, और नैनीताल में की गई है, फिल्म के सभी 6 गानों को बड़ी ही खूबसूरती से फिल्माया गया है, फिल्म के संगीतकार प्रवीन, मनोज, मिक्की नरूला और रिग्देव हैं, गीतकार हैं एस एम् फुसैल, मोहम्मद शमीम खान और युधवीर सिंह, छायाकार तापस लारेंस हैं .