राम जानकी संस्थान और आरजेएस पीबीएच द्वारा अमृत काल का सकारात्मक भारत -09 वां वेबीनार हर रविवार के अन्तर्गत वन महोत्सव के अवसर पर वेबिनार का आयोजन किया गया । ममता सागर फाउन्डेशन आज की सहयोगी थी एवं आर डब्लयू ए के सदस्यों के साथ मिलकर पौधारोपण किया । इसमें गुरु पूर्णिमा पर गुरूओं और वन महोत्सव के जनक स्वतंत्रता सेनानी कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी को नमन किया गया।
आरजेएस पीबीएच प्रमुख उदय मन्ना के सहयोग से पर्यावरण विद् आरके विश्नोई ने ममता सागर फाउंडेशन को अपने से उगाए पेड़ के पौधे दिए जिसे फाउंडेशन की अध्यक्षा प्रतिभा दीक्षित ने कालोनी में लगवाए। वेबिनार में उनकी वन महोत्सव पर कविता ने प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सभी वक्ताओं ने पौधारोपण के पश्चात पौधे की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता प्रकट की। वहीं आरडब्ल्यूए के सदस्यों ने पौधे को सुरक्षा देने का संकल्प लिया ।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रफुल्ल डी शेठ और रंजन बेन शेठ ने वन महोत्सव वेबिनार को सफल बताया। उनके लगाए पेड़ पौधों की फोटो और वीडियो को आरजेएस की टेक्निकल टीम ने शेयर किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यावरण विद् और शोधार्थी बकुल गोगोई रहे ,उनको ट्रीमैन की उपाधि दी गई है । उन्होंने त्योहारों जैसे बिहू तथा अन्य मंगलकारी तथा यादगारी के मौकों पर पेड़ लगाने पर जोर दिया । बकुल गोगोई ने असम में दस रेलवे स्टेशनों पर रेलवे के सहयोग से मौलश्री केंद्र पेड़ों का रोपण किया तथा पेड़ बड़े होकर सुन्दरता बढ़ा रहे हैं । नये हाईवे के डिवाइडर पर पीपल पाकड़ बरगद पर पेड़ लगाने पर जोर दिया । पर्यावरण विद् आरके बिश्नोई ने बताया कि घरों में गमलों में पौधे लगा कर हम अपने आसपास हरियाली ला सकते हैं । उन्होंने अपने घर के सामने रोड डिवाइडर पर पेड़ लगाया जो चार मंजिल के घर जितना ऊंचा हो चुका है । छतों पर क्यारी बनाकर सब्जी उगाने पर उन्होने छत की वाटर प्रूफिंग पर जोर दिया । प्लास्टिक के गमले इस्तेमाल करें ये हल्के होते हैं । उन्होंने कहा कि ट्रे का प्रयोग करें इसमें इकट्ठा पानी को पुनः गमले में ही डालें ।
एडवोकेट सुदीप साहू ने विकास के नाम पर अंधाधुंध वृक्षों की कटाई पर चिंता जताई।
अंत में ममता सागर फाउन्डेशन की अध्यक्षा प्रतिभा दीक्षित ने धन्यवाद ज्ञापित किया । धन कुशवाहा , ओमप्रकाश झुनझुनवाला,सुमन कुमारी,इसहाक खान ,सोनू मिश्रा आदि शामिल हुए । उदय मन्ना ने कार्यक्रम का संचालन किया ।