विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस 10 सितंबर के उपलक्ष्य में रविवार 8 सितंबर 2024 को राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच)के संस्थापक उदय कुमार मन्ना के संयोजन में वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत हिमाचल प्रदेश की गायिका रितु कपिल टेकरा के गणेश वंदना से हुई। कार्यक्रम के सह-आयोजक व मुख्य वक्ता विश्व भारती योग संस्थान के संस्थापक निदेशक आचार्य प्रेम भाटिया ने दार्शनिक व आध्यात्मिक विचारों के अलावा योग और अपनी स्वलिखित कविताओं से आत्महत्या की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के उपाय बताए। उनका कहना था कि “स्वस्थ मन वाला ही अस्वस्थ मन वाले को ठीक कर सकता है। यदि हम किसी को दु:खी नहीं देख सकते तो हम उसे प्यार करते हैं।तन को कुछ वक्त देना चाहिए,मन को हर वक्त देना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग व प्राणायाम से मन को स्वस्थ किया जा सकता है,जिससे आत्महत्या की रोकथाम की जा सकती है।
मुख्य अतिथि डा निमेश देसाई पूर्व निदेशक इहबास, दिल्ली ने अवसादग्रस्त व्यक्तियों के ईलाज को आवश्यक बताया। इसके लिए बीमार को मनोचिकित्सक से दिखाना चाहिए। उनका कहना था कि जो महिलाएं संवेदनशील होती हैं , उनमें आत्महत्या की प्रवृत्ति ज्यादा होती है। मानसिक अवसादग्रस्त व्यक्तियों को सहिष्णु होकर मदद जरूरी है। उसे आशा की किरण दिखाना मददगार साबित होगा।बीमार मन को सकारात्मक विचार अच्छे नहीं लगते।
कार्यक्रम में प्रश्न काल रखा गया। वेबिनार में दीप माथुर,सुरजीत सिंह दीदेवार, डा.ओमप्रकाश झुनझुनवाला,आर एस कुशवाहा,बिन्दा मन्ना, सत्येंद्र त्यागी सुमन त्यागी, आकांक्षा, मयंक ,इसहाक खान, कुलदीप राय ,दिलीप वर्मा, रितु सिंह हर्षा माहे,अंतरा सिन्हा, कबीर अनेजा,नरेश कुमार, काकू तानी, कमलेश सिंह, रितु सिंह और सोनू कुमार आदि मौजूद रहे।
वेबिनार में संयोजक उदय कुमार मन्ना ने अगले रविवार 15 सितंबर को सुबह 11 बजे विश्व मरीज सुरक्षा दिवस पर सह-आयोजक पेशेंट सेफ्टी एंड ऐक्सेस इनीशिएटिव इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से आरजेएस पीबीएच वेबिनार का आयोजन करने की घोषणा की ।