मुश्किलों से लड़ना सिखाती है फिल्म‘भाग मिल्खा भागः फरहान अख्तर

प्रेमबाबू शर्मा 

भारत के मशहूर पूर्व ओलंपियन और एथलीट मिल्खा सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ में फरहान मिल्खा सिंह का किरदार निभा रहे हैं। इसमें में सोनम कपूर,प्रकाश राज,दिव्या दत्ता और पवन मल्होत्रा भी है। फिल्म के निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने  कहा कि यह फिल्म एक इंसान के जुनून और जज्बे को बयान करती है। फरहान ने कहा कि यह फिल्म एक एथलीट पर आधारित नहीं है। फिल्म एक इंसान के जज्बे, जुनून पर आधारित है जो हमें जिंदगी की मुश्किलों से ना भागते हुए, उनका सामना करने और उन्हें जीतने के लिए प्रेरित करती है। असल जिंदगी पर बनी इस फिल्म में फरहान को किन चुनौतियों का सामना करना पडा और फिल्म के दौरान बीते पलों के बारे में फरहान का क्या कहना है जानते है उनकी ही जुबानी:


‘भाग मिल्खा भाग’ को साइन करने की वजह ?
बालीवुड की आम फिल्मों की लीक से हटकर एथलीट मिल्खा सिंह के जीवन पर बनी इस फिल्म में, उनके जीवन की घटनाओं को मूल स्वरूप में पेश करने की कोशिश की गई है। जिसमें उनके जीवन के कई अनछुऐं पहलूओं को दर्शाया गया है जिसके बारे में आम लोगों को पता नही है। बस यही कारण था।
चर्चा थी कि मिल्खा के किरदार को सार्थक करने के लिए आपने एथलीट का प्रशिक्षण लिया ?
किरदार में वास्तविकता लाने के लिए मैंने एक एथलीट को ट्रेंड बनाने के लिए जरूरी प्रशिक्षण लिया। इसके लिए रोजाना छह घंटे तक दौडने की ट्रेनिंग उसके बाद जिम जाता था। ताकि मेरा शरीर मिल्खा की तरह नजर आएं।
इसके अलावा और क्या चुनौती थी ?
एथलीट का एक हिस्सा है एल्टीट्यूड ट्रेनिंग,जो कुछ एथलीट्स द्वारा ली जाती है जिसके अंतर्गत उन्हें कई हफ्तों तक समुद्र तल से लगभग आठ हजार फीट की ऊंचाई पर प्रेक्टिस करना होती है। इसी तरह का प्रशिक्षण मध्यवर्ती ऊंचाई पर भी लिया जाता है जहां पर केवल 20.9 प्रतिशत ऑक्सीजन होती है। ऑक्सीजन की इतनी कम मात्रा में धावक को अपने पेट पर वजन बांध कर भागना होता है। और मेरे पेट पर एक टायर बांध दिया गया था और इस टायर के साथ ही मुझे लगभग 16 हजार फीट की ऊंचाई पर दौड़ लगानी पड़ी। तीन माह चलने वाली कठोर ट्रेनिंग में से एक माह की ट्रेनिंग मैंने लद्दाख में की।
फिल्म में अभिनेत्री दिव्या दत्ता भी एक अहम् में है ?
जी हाँ ,दिव्या दत्ता मिल्खा की बड़ी बहन इसरी कौर के किरदार में नजर आएंगी। मिल्खा और उनकी बड़ी बहन इसरी के बीच बहुत प्रेम था। माता-पिता की मौत के बाद इसरी ही थीं, जिन्होंने मिल्खा को पाल पोस कर बड़ा किया था। इसलिए पर्दे पर भी दोनों के बीच इस भावनात्मक रिश्ते को दिखाना महत्वपूर्ण हो गया था। इसके अलावा सोनम कपूर भी निर्मल कौर किरदार में है।

साउथ और हिन्दी फिल्मो में नकारत्मक किरदार निभाने वाले प्रकाश राज भी है उनके साथ आपकी टयूनिंग कैसी रही ?
उनके साथ काम करने का एक अच्छा अनुभव था। यह सच है कि प्रकाश राज को हिंदी फिल्म के दर्शकों ने ज्यादातर विलेन के रोल निभाते देखा है, लेकिन कन्नड़ और तमिल फिल्मों के इस अभिनेता को अब ‘भाग मिल्खा भाग’ में दर्शक एक सकारात्मक रोल में देखेंगे।
प्रकाश राज किस तरह के किरदार में है?
फिल्म में उन्होंने एक सख्त ऑफिसर की भूमिका निभाई है जो सैनिक छात्रों को संभालते हुए उन्हें अनुशासन में रहने का प्रशिक्षण देता है। मिल्खा सिंह सेना में भर्ती हो जाते हैं जहाँ उनका सामना प्रकाश जैसे सख्त अफसर से हो है जो कि हर पल अनुशासन में रहने का दबाव डालते हैं और लड़कों को सैनिक बनाने की तैयारी में जुटे रहते हैं।

आपने फिल्म में काम करने से पूर्व में मिल्खा सिंह कुछ गुर सीखे ?
इस रोल को बेहतरीन तरीके से परदे पर उतारने के लिए मैंने कोई कसर नहीं छोडी। मैंने फ्लाइंग सिख के साथ कुछ दिन दिल्ली में गुजारे। मैंने उनसे उनके जीवन की कहानी से जुडे प्रसंग और उनके व्यक्तित्व के बारे में जानकारी ली। मिल्खा ने मुझे दौड़ने के तकनीक, रेस जीतने के तरीके और एक एथलीट की क्या जीवन शैली होती है बारे में भी बताया।


इस फिल्म का प्रोमो रिलीज हुआ और इसमें फरहान के किस सीन को लेकर आजकल जोरो पर चर्चा हो रही है?
मैंने पहली बार फिल्म में किसिंग सीन किया है। यह फिल्म की स्क्रिप्ट के लिए जरूरी था। ऑस्ट्रलियाई अभिनेत्री रेबेका ब्रीडस के साथ किया किसिंग सीन को जब आप ध्यान से फिल्म को देखेंगे तो महसूस करेंगे यह मिल्खा सिंह के किरदार के लिए कितना जरूरी था।
आज की फिल्मों पर आपका नजरिया ?
भारतीय सिनेमा के लिए यह बेहद रोमांचक समय है। भारतीय सिनेमा ने अपने 100 साल पूरे कर लिए हैं और फिल्मकार फिल्मों में रचनात्मक प्रयोग कर रहे हैं। पहले फिल्मकार नए प्रयोग करने से हिचकते थे क्योंकि उन्हें दर्शकों की पसंद-नापसंद का भय रहता था। लेकिन आज दर्शक नए विषयों को भी स्वीकार रहे हैं। रचनात्मक फिल्मकारों के लिए प्रयोग का यह बेहतर समय है।