प्रेमबाबू शर्मा
छोटी उम्र एक चैलेजिग रोल निभाते कैसा लग रहा है ?
मेरा पहला धारावाहिक होने के बावजूद मेरी पूरी कोशिश रही की रोल के साथ न्याय करू। रोल को निभाने मे बजरंगबली पूरी टीम का मुझे भरपूर सहयोग मिल रहा हू।
जय जय बंजरगबली से आप कैसे जुडे?
सर्वप्रथम में बता हूं कि सागर आर्टस के साथ काम करना ही मेरे लिए बड़ी उपलबिध है और रही बात इससे जुडने की तो हमारे एक पारिवारिक मित्र है। जिन्होने मेरे फोटो सागर आर्टस में भेजे थे। अचानक एक दिन आडिशन के लिए बुलावा आया और शीघ्र ही मेरा बाल हनुमान की भूमिका के लिए चयन हो गया।
आपकी उम्र मात्र 6 साल है तो सवांदों की अदायगी कैसे करते हो?
निर्देशक टी.एल.वी. प्रसाद, उनकी टीम और मेरी मां सावी मेरी सहायता करते है। संवादों के बारे में मुझे थोड़ा-थोड़ा समझाया जाता है और उसके बाद मुझे कोर्इ दिक्कत नही आती। इसे मै गणपति बप्पा की असीम कृपा ही समझता हूँ ।
मां अजंना के बारे में क्या कहेगें?
अर्पणा ताराकंड मां अजना के पात्र को बाखूबी निभा रही है। मै खुशकिस्मत हूं कि मुझे जैसे मेरी मां सावी देखभाल करती है सेट पर अर्पणा भी मेरा वैसा ही ख्याल रखती है। बहुत अच्छी कलाकार है वो।
इंडियन टेली अवार्डस में ‘बेस्ट चार्इल्ड एक्टर का अवार्ड पाकर आप कैसा महसूस करते हो?
मै बहुत भाग्यशाली हूँ । मुझ जैसे बाल कलाकार को पहले ही धारावाहिक के लिए अवार्ड मिलना बडे़ ही गर्व की बात है। मेरे इस अवार्ड के लिए मेरी टीम, मेरे मां-बाप, हनुमान जी और गणेश जी का मैं शुकि्रया अदा करता हूँ । सभी के आर्शीवाद से मुझे यह अवार्ड मिला है।
जय जय बजरंग बली के अलावा आप क्या कर रहे हो?
अभी तो मै इस धार्मिक धारावाहिक को ही कर रहा हूं। समय नही मिलता। पढाई भी करनी होती है। शूटिंग के साथ टयूषन जाता हूँ । बडा बिजी शैडयूल रहता है।
बड़ा होकर क्या बनना चाहोगे?
मुझे आकाश में उड़ना पंसद है तो मुझे लाइफ में एक उम्दा पायलट बनना है।
पहली कक्षा में पढने वाले बाल कलाकार राज भानुशाली इन दिनों सहारावन टीवी शों ‘जय जय बंजरगबली में बाल हनुमान की सशक्त भूमिका में है। छ: साल की उम्र में हनुमान जी का रोल निभाना अपने आप में एक चैलेज ही है। हालांकि छोटे पर्दे पर भी यह उनका डैब्यू धारावाहिक है। अपने अभिनय और खूबसूरत हाव भाव की बदौलत राज भानुशाली ने दर्शकों का मन जीत लिया है। उनके अभिनय की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। अपने उत्तम अभिनय के बल पर राज ने वर्ष 2012 के इंडियन टेलीविजन अवार्डस में ‘बेस्ट चार्इल्ड एक्टर का अवार्ड जीत कर सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। उनके जीवन, उनके अभिनय और ‘जय जय बंजरगबली से जुडी कुछ बाते की राज भानुशाली ने प्रस्तुत है। इस बातचीत के कुछ अंश:
छोटी उम्र एक चैलेजिग रोल निभाते कैसा लग रहा है ?
मेरा पहला धारावाहिक होने के बावजूद मेरी पूरी कोशिश रही की रोल के साथ न्याय करू। रोल को निभाने मे बजरंगबली पूरी टीम का मुझे भरपूर सहयोग मिल रहा हू।
जय जय बंजरगबली से आप कैसे जुडे?
सर्वप्रथम में बता हूं कि सागर आर्टस के साथ काम करना ही मेरे लिए बड़ी उपलबिध है और रही बात इससे जुडने की तो हमारे एक पारिवारिक मित्र है। जिन्होने मेरे फोटो सागर आर्टस में भेजे थे। अचानक एक दिन आडिशन के लिए बुलावा आया और शीघ्र ही मेरा बाल हनुमान की भूमिका के लिए चयन हो गया।
आपकी उम्र मात्र 6 साल है तो सवांदों की अदायगी कैसे करते हो?
निर्देशक टी.एल.वी. प्रसाद, उनकी टीम और मेरी मां सावी मेरी सहायता करते है। संवादों के बारे में मुझे थोड़ा-थोड़ा समझाया जाता है और उसके बाद मुझे कोर्इ दिक्कत नही आती। इसे मै गणपति बप्पा की असीम कृपा ही समझता हूँ ।
आप बाल हनुमान की भूमिका कर रहे है। लेकिन आपके प्रिय भगवान कौन है?
मै हनुमान जी के साथ गणपति बप्पा को अपना प्रिय भगवान मानता हूं। इनका मुझे आर्शीवाद मिला हुआ है तभी तो दो तीन टेक में ही सीन कर लेता हूँ ।
मै हनुमान जी के साथ गणपति बप्पा को अपना प्रिय भगवान मानता हूं। इनका मुझे आर्शीवाद मिला हुआ है तभी तो दो तीन टेक में ही सीन कर लेता हूँ ।
बाल हनुमान की कोई विशेषता ?
बाल हनुमान की कर्इ विशेषताएं है लेकिन जिन दृश्यों मे वो आकाश में उड़ कर करिश्मा करते है वो प्रशंसनीय है और मुझे यह देखकर बड़ी खुशी होती है।
बाल हनुमान की कर्इ विशेषताएं है लेकिन जिन दृश्यों मे वो आकाश में उड़ कर करिश्मा करते है वो प्रशंसनीय है और मुझे यह देखकर बड़ी खुशी होती है।
मां अजंना के बारे में क्या कहेगें?
अर्पणा ताराकंड मां अजना के पात्र को बाखूबी निभा रही है। मै खुशकिस्मत हूं कि मुझे जैसे मेरी मां सावी देखभाल करती है सेट पर अर्पणा भी मेरा वैसा ही ख्याल रखती है। बहुत अच्छी कलाकार है वो।
इंडियन टेली अवार्डस में ‘बेस्ट चार्इल्ड एक्टर का अवार्ड पाकर आप कैसा महसूस करते हो?
मै बहुत भाग्यशाली हूँ । मुझ जैसे बाल कलाकार को पहले ही धारावाहिक के लिए अवार्ड मिलना बडे़ ही गर्व की बात है। मेरे इस अवार्ड के लिए मेरी टीम, मेरे मां-बाप, हनुमान जी और गणेश जी का मैं शुकि्रया अदा करता हूँ । सभी के आर्शीवाद से मुझे यह अवार्ड मिला है।
जय जय बजरंग बली के अलावा आप क्या कर रहे हो?
अभी तो मै इस धार्मिक धारावाहिक को ही कर रहा हूं। समय नही मिलता। पढाई भी करनी होती है। शूटिंग के साथ टयूषन जाता हूँ । बडा बिजी शैडयूल रहता है।
बड़ा होकर क्या बनना चाहोगे?
मुझे आकाश में उड़ना पंसद है तो मुझे लाइफ में एक उम्दा पायलट बनना है।