बुंदेलखंड की बेबसी बयां कर रही ‘गौरैया’


अशोक कुमार निर्भय

बुंदेलखंड के बीहड़ों में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को दर्शाती फिल्म ‘गौरैया’ की स्टार कास्ट आज दिल्ली पहुंची। जनकपुरी क्लब में आयोजित समारोह में फिल्म के निर्माता-निर्देशक बोधराज और सह निर्देशक राजेश हंस ने संयुक्त रूप से बताया कि यह फिल्म बुंदेलखंड की उन महिलाओं की जीवन व्यथा को दर्शाती है जो किसी न किसी मजबूरी के कारण तेंदू पत्ता के जंगलों के ठेकेदारों के यहां बंधुआ मजदूरी करती हैं और उसके बाद डकैतों से लेकर पुलिस अधिकारियों तक की हवस का शिकार बनती है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे मात्र सौ रुपए के लिए एक महिला से बलात्कार तक कर दिया जाता है। फिल्म की कहानी ऐसी ही एक लडक़ी सुखना के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपने पिता का कर्ज चुकाने के एवज में ठेकेदार काली पटेल (विजय जोरा) की बंधुआ मजदूर बन जाती है। काली उसे अपनी हवस का शिकार तो बनाता ही है साथ ही उसे पुलिस अधिकारी, एनजीओ के कार्यकर्ताओं और डकैत धनवा के आगे परोसता है। लीड किरदार सुखना की भूमिका निभा रहीं रैया सिन्हा इस फिल्म से सिनेमा में पर्दापण कर रही हैं। फिल्म में अभिनेता सुमित चावला सुखना के पति की भूमिका निभा रहे हैं। वर्तमान समाज में महिलाओं की दुर्दशा को दर्शाती इस फिल्म में डाकू धनवा (कर्मवीर चौधरी) का रोल काफी अहम है। निर्देशक ने फिल्म के जरिए महिला सशक्तिकरण के दावों पर कड़ी चोट की है। 21वीं सदी में भी ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की दुर्दशा को दर्शाती इस फिल्म के जरिए निर्देशक ने तस्वीर के दूसरे पहलू को बयां करने की कोशिश की है। फिल्म के संवाद और भाषा क्षेत्रीय बोलचाल की है। समाज को झकझोर देने वाली यह फिल्म अगस्त माह के पहले सप्ताह में सिनेमाघरों में नजर आएगी। 

फिल्म ‘गौरैया’ के प्रोमोशन के मौके पर अभिनेता सुमित चावला, निर्माता-निर्देशक बोधराज और सह निर्देशक राजेश हंस ने अपनी अगली फिल्म ‘लखनऊ का बिट्टू’ की भी घोषणा की। यह फिल्म लखनऊ के दो मनचले युवाओं की कहानी पर आधारित है जो सन्नी लियोन की पोर्न फिल्मों के दीवाने हैं। क्लास रूम में पोर्न फिल्म देखने की वजह से उन्हें कालेज से निकाल दिया जाता है। इसके बाद दोनों दिल्ली आ जाते हैं। यहीं से फिल्म की असल कहानी की शुरूआत होती है। फिल्म की शूटिंग नवंबर माह में शुरू होगी।