आज भी देशभक्ति के गीतो में महक है

प्रेमबाबू शर्मा 

एक दौर था जब आजादी की फिल्मों को खासा पंसद किया जाता था, देशभक्ति और देश के लिए दीवानगी पैदा करने वाली फिल्मों का एक लंबा सिलसिला रहा है। ऐसी फिल्मों ने आजादी की लड़ाई तथा देशप्रेम के प्रति जनमानस का जज्बा जगाने में जबर्दस्त भूमिका निभायी। लेकिन पिछले कुछ सालों से सिनेमा के परदे से ऐसी फिल्में गायब हैं क्योंकि अब फिल्में पूरी तरह व्यापार तक सिमट कर रह गयी हैं। लेकिन समय समय पर अब ऐसे गीत बनते रहते है, जिसमें देशभक्ति की महक रहतीं है,जबकि देश की आजादी से पूर्व और उसके बाद बने गीतों की महक आज भी ताजा है, प्रस्तुत है कुछ देशभक्ति गीत के बोलः

 वन्दे मातरम, वन्दे मातरम……

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा……
सरफरोशी की तमन्ना……..
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल……
सारे जहाँ से अच्छा है……….
अपनी आजादी को हम………
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ ……
इंसाफ की डगर पे ……………
ऐ मेरे प्यारे वतन………………..
कदम कदम बढ़ाये जा………………..
छोड़ो कल की बातें …………………….
जहाँ डाल डाल पर ………………………
जिस देश में गंगा बहती है……………..
दे दी हमें आजादी …………………………
नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी ………………
बढ़ते चलो, बढ़ते चलो…………………..
बढ़ते चलो जवानो……………………………..
भारत हमको जान से प्यारा है……………

 मेरा रंग दे बसंती चोला ………………….. 

मेरे दुश्मन, मेरे भाई, मेरे हमसाये………
मेरे देश की धरती…………………………
ये देश है वीर जवानों का …………………
सरफरोशी की तमन्ना ………………….
संदेशे आते है…………………………..
हम लाये हैं तूफान से……………….
हर करम अपना करेंगे …………………
है प्रीत जहाँ की रीत सदा …………..
कर चले हम फिदा ………………………..
नफरत की लाठी तोड़ो …………………..
चन्दन है इस देश की माटी………………..
थोड़ी सी धूल मेरी………………………….
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा ……………..
नन्हा मुन्ना राही हूँ ………………………
वतन पे जो फिदा होगा …………………….
ऐ मेरे वतन के लोगों ………………………
हम होंगे कामयाब…………………………..