अपार इण्डिया में कृतज्ञ छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा टीचर्स-डे के अवसर पर शिक्षकों के प्रति जताया आभार

टीचर्स-डे के अवसर पर देश भर में छात्र-छात्राओं ने जहाँ अपने अपने ढंग से शिक्षको के प्रति अपनी निष्ठाओं का प्रदर्शन किया, वहीं डिस्टैन्स लर्निंग के क्षेत्र में प्रतिष्ठित अपार इंडिया शिक्षा संस्थान के रोहिणी एवं द्वारका के केन्द्रों में टीचर्स-डे का आयोजन अति उत्साह एवं उमंग भरे वातावरण के बीच सम्पन्न हुआ।

सुप्रसिद्ध शिक्षाविद, प्रतिष्टित समाजसेवी एवं अपार इंडिया के चेयरमैन श्री राजकुमार जैन ने इस अवसर पर

उपस्थित छात्र-छात्राओं को जीवन निर्माण के टिप्स देने की शुरुआत ‘‘गुरु गोविन्द दोनो खड़े काके लागूँ पांय, बलिहारी गुरु आपके गोविन्द दियो बताय’’ की उक्ति से करते हुए कहा कि हालांकि समय बड़ी तेज़ी से बदल रहा है और आज के युवा वर्ग पर भी उस बदलते परिवेश  का काफी प्रभाव है, लेकिन मेरा युवाओं के लिए यह आह्वान अपितु परामर्श है कि वे आधुनिक जीवन शैली को अपनाने की अपेक्षा अपने जीवन को ऐसी दिशा दें जिससे कि उनका जीवन सुसंस्कृत, सभ्य, सदाचारपूर्ण एवं अपने शिक्षकों के प्रति विनीत भाव से परिपूर्ण बने। 
श्री जैन ने कहा कि समय की यह परम आवष्यकता है कि आज का युवा राष्ट्र, समाज व अपने परिवार के अलावा उनके जीवन निर्माण हेतु शिक्षा देने वाले शिक्षक वर्ग के प्रति समर्पित एवं कर्तव्यपरायण बने। साथ ही उन्होंने कहा कि आज का विद्यार्थी अपनी मेधा का उपयोग सकारात्मक एवं रचनात्मक कार्यों में करे। श्री जैन ने गर्वानुभूति प्रकट करते हुए कहा कि अपार इंडिया छात्र-छात्राओं को नियमित शिक्षा के साथ ही व्यावसायिक शिक्षा देकर उनके जीवन निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है तथा इसी क्रम में आज इस संस्थान में 5000 से अधिक छात्र-छात्राएँ जहाँ शिक्षारत हैं वहीं 10000 से अधिक भूतपूर्व छात्र-छात्राएँ देश की नामी-गिरामी कम्पनियों में कार्यरत हैं।

इस अवसर पर संस्थान के छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों द्वारा करते हुए अपने शिक्षक वर्ग के प्रति उन्हें उत्तम एवं अनुशासित ढंग से शिक्षा प्रदान करने हेतु हार्दिक आभार प्रकट किया। इस अवसर पर अन्य विशिष्ट उपस्थितियों में अपार इंडिया के एग्ज़ीक्यूटिव डायरैक्टर प्रो. अपार जैन के अलावा प्रो. लक्ष्मी जोशी, प्रो. रीना खोसला, प्रो. सुमन जैन, प्रो. अर्चना झा, प्रो. रोमा, प्रो. ज्योति, प्रो. गीता, प्रो. नीलू, प्रो . हरमिन्दर सिंह, प्रो. प्रवीण तथा श्रीमती मधु विनायक, श्रीमती मोनिका, सुश्री मोनिका चौधरी , श्री इन्दरपाल यादव आदि शामिल थे।