Dwarka Parichay Newsdesk
कोरोना वायरस की महामारी से इस वक्त भारत समेत दुनिया का लगभग हर देश जूझ रहा है। ऐसे में शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हम सभी को पता है कि किसी भी बीमारी के इलाज से बेहतर होता है उससे बचाव। इस वक्त कोरोना वायरस के लिए कोई दवा उपलब्ध नहीं है, ऐसे में निवारक उपाय करना बेहतर होगा जो इस समय हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूती दे। यह कहना है एंटी कोरोना टॉस्क फोर्स से जुड़े डॉक्टरों के पैनल का।
पूरे देश में सक्रिय एंटी कोरोना टॉस्क फोर्स में इस समय डॉक्टर, रिटायर्ड उच्चाधिकारी, जज, वकील व पत्रकारों समेत लगभग 20 हजार स्वयंसेवक कोरोना को परास्त करने में जुटे हैं। इसका पैनल का गठन देश के जाने माने राजनीतिक रणनीतिकार व प्रमुख समाजसेवी डॉ. कृष्ण कुमार झा ने किया है। इस लॉकडाउन में अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों की सहायता के लिए एसीटीएफ संयोजक कृष्ण झा ने मेडिकल टीम का एक अतिरिक्त पैनल बनाया है। यह पैनल सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए मुफ्त चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध करा रहा है।
इस मेडिकल टीम में शामिल आईसोल इंटीग्रील हीलिंग सेंटर आईएमए आयुष नोएडा से संबंधित डॉ. सुनीता सिंह सेनगुप्ता, डॉ. सिद्धार्थ गुप्ता और डॉ. प्रशांत शांडिल्य ने कोरोना को मात देने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि हम अपनी प्राचीन परंपरा को अपनाकर इससे भलीभांति निबट सकते हैं। उन्होंने शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने के लिए हर रोज एक चम्मच च्यवनप्राश लेने की सलाह दी है। डाइबिटीज रोगी सुगर फ्री च्यवनप्राश का सेवन करें। इसके अलावा एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी का सेवन करना भी बेहतर उपाय है। डॉक्टरों के मुताबिक तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, अदरक और मुनक्का से बना पेय भी इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने में बेहद कारगर है।
कोरोना से अपने व अपने परिवार को बचाये रखने का आग्रह करते हुए तीनों डॉक्टरों डॉ. सुनीता सिंह सेनगुप्ता, डॉ. सिद्धार्थ गुप्ता और डॉ. प्रशांत शांडिल्य ने गिलोय को प्रकृति का सबसे बड़ा उपहार बताते हुए कहा कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुरता में होते हैं जो कि फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और कोशिकाओं को स्वस्थ एवं बीमारियों से दूर रखते हैं। गिलोय के तीन चार छोटे छोटे टुकड़े लेकर मिक्सी में पीसकर उसका रस निकाल लें और सेवन करें। यह बुखार, सुगर, कब्ज, गठिया व अस्थमा आदि में राम बाण का काम करता है। इसी के साथ डॉक्टरों की टीम ने गरम पानी का सेवन करने का आग्रह किया है।
Source: अशोक कुमार निर्भय