Eat Fresh & avoid fast food

जी हाँ, विजेंदर की स्वादिष्ट छल्ली का आनंद लेना चाहते है तो आपको बीस रुपया खर्चना होगा. बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो पता चला कि विजेंदर रोजाना सुबह सुबह आजादपुर मंडी से साठ रूपये धड़ी (पांच किलो) के भाव में खरीद लाकर एक घंटे रेत में भुनकर 11 बजे कनाट प्लेस में पटरी पर अपनी दुकान सजा देता है. विजेंदर के मुताबिक वह प्रतिदिन 12 धड़ी (60 किलो) यानि लगभग 100-120 छल्ली पुरे दिन में बेच लेता है उसकी पूरी लागत (रेत में भुनाने, नीबू, मसाला) आदि निकालकर करीब 750 रूपये बचत कर अपनी जीविका चलाता है. उसकी रेत में भुनी छल्ली खाने वाले कद्रदानों में युवा वर्ग के अलावा वृद्ध भी शामिल हैं विशेषकर वो जो सेहत के मामले में फ़ास्ट फ़ूड को त्यागकर केवल ताज़ा पोष्टिक खाद्य वस्तुओं को खाने की प्राथमिकता देते हैं. वैसे इन परंपरागत तरीके से तैयार सादे व् ताजा वस्तुओं को खाने से हमारे शरीर को पोष्टिक उर्जा तत्व भी मिलते हैं जिन्हें वर्तमान ज़माने में अपनाने की जरुरत है.

MORAL: Eat Fresh & avoid fast food. (Dear readers, if you have also some stuff to promote Indian traditional values for the welfare of society then don’t hesitate, share your experiences (with photo)/thoughts and mail it to creativesworld@gmail.com