National Launching and Media Dialogue Program on Media Empowerment Concluded

प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा मीडिया वर्ग के आंतरिक सशक्तिकरण हेतु देश भर मे चलाए जाने वाले अभियान के राष्ट्रीय शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित त्रि दिवसीय मडिया डायलॉग का आज समापन हुआ। ब्रह्माकुमारीज़ के ओम् शान्ति रिट्रीट सेन्टर में आयोजित मीडिया डायलॉग में दिल्ली तथा दिल्ली के आस-पास के राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमांचल, उत्तराखण्ड एवं जम्मू और कश्मीर से लगभग एक सौ प्रिंट और मीडिया प्रोफेशनल्स ने भाग लिया।

कार्यक्रम में आये मीडिया वर्ग के लिए अलग-अलग विषय पर वर्कशॉप एवं परिचर्चायें आयोजित की गई। जिनमें मीडिया की भूमिका, आंतरिक सशक्तिकरण द्वारा बेहतर मीडिया एवं मीडिया की विश्वसनीयता जैसे विषय प्रमुख रहे। 

इस अवसर पर ओआरसी की निदेशिका शुक्ला दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि आध्यात्मिकता केवल श्रद्धा का विषय नहीं है, अपितु आध्यात्मिकता जीवन जीने की कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता हमें  सत्य का बोध कराती है। आध्यात्मिकता ही मानव को मानव से जोड़ती है।

कार्यक्रम में आये अनेक वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। दैनिक जागरण के उमाकान्त जी ने कहा कि आध्यात्मिकता व्यक्ति  को मूल्यनिष्ठ बनाती है। उन्होंने कहा कि आंतरिक सशक्तिकरण  से ही परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति पैदा होती है। भारतीय जन संचार संस्थान, जम्मू के सहायक प्रोफेसर अनुभव माथुर ने कहा कि वर्तमान समय मानव अपने अंदर के द्वन्द को समझ नहीं पा रहा है। जिस कारण कार्य पर भी उसका असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता हमारे द्वन्द को समाप्त कर आंतरिक ऊर्जा पैदा करती है।

वरिष्ठ पत्रकार कमल दीक्षित ने कहा कि मैं लम्बे समय से ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के संपर्क में हूँ। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता से मेरे विचारों में स्पष्टता आई है। जिस कारण तनावमुक्त स्थिति का अनुभव होता है। कार्यक्रम में सभी का धन्यवाद करते हुए बी.के. सुशान्त ने कहा कि आध्यात्मिकता ही सकारात्मक ऊर्जा का माध्यम है। उन्होंने कहा कि हम तभी अच्छा कार्य कर सकते हैं जब आध्यात्मिक रूप से सशक्त हों। कार्यक्रम के समापन पर सभी को मीडिया में मूल्यों की प्रतिस्थापना हेतु स्वयं की प्रतिबद्धता की प्रतिज्ञा भी कराई गई।

कार्यक्रम के अंत में विशेष रूप से ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने सभी को ईश्वरीय प्रसाद एवं सौगात भेंट की तथा सबके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।