आरजेएशिएन्स ने इंदिरा गांधी व लक्ष्मीबाई को नमन् किया और प्रतिस्पर्धा स्वयं से कर सकारात्मक समाज का निर्माण का आह्वान

दीदीवार जीवन ज्योति के सहयोग से आरजेएस पॉजिटिव ब्रॉडकास्टिंग हाउस के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना के संयोजन में रविवार 19 नवंबर को अमृत काल का सकारात्मक भारत 185 वां संस्करण  “मानव व्यवहार से सकारात्मक समाज का निर्माण” विषय पर आयोजित किया । इंदिरा गांधी व झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर आरजेएशिएन्स ने कोटि नमन किया।

मानव व्यवहार विषय पर दीदेवार जीवन ज्योति के संस्थापक सुरजीत सिंह कोहली ने कहा कि शस्त्र से मिली सफलता से ज्यादा टिकाऊ शास्त्र से मिली सफलता होती है।

उन्होंने इस पर गांधी जी के जीवन दर्शन को विस्तार से समझाया । मानव व्यवहार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि व्यवहार के लिए हमें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है और तालमेल बैठाना पड़ता है। अपने तन के साथ जितनी कोमलता से हम व्यवहार करते हैं, वैसा ही हमें दूसरों से भी व्यवहार करना चाहिए। अगर इंसान प्रतिस्पर्धा स्वयं से कर आगे बढ़ने का संकल्प ले तो हम सकारात्मक समाज का निर्माण कर सकते हैं।

कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन हुआ। प्रतिस्पर्धात्मक व्यवहार सकारात्मक है या नकारात्मक ?

सास बहू के सौहार्दपूर्ण रिश्ते कैसे रहें ? एक ही पिता की दो संतानों में एक नकारात्मक और एक सकारात्मक कैसे हो जाते हैं ? आदि विषयों पर सुरजीत सिंह कोहली ने विस्तार से समझाया जो आरजेएस पॉजिटिव मीडिया के यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं।

इस आभासी कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच की ट्रेड फेयर प्रगति मैदान में 18 नवंबर को की गई वसुधैव कुटुम्बकम यूनाइटेड बाई‌‌ ट्रेड यात्रा को भी दिखाया गया।