आरजेएस फैमिली के एडमिन रामसिंह ने लाकडाउन में जमशेदपुर नदी की तराई पर बसे लोगों को खिचड़ी,सब्जी और चटनी खिलाई

“किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, जीना इसी का नाम है”- आज पूरे देश ‌में रोजाना कमजोर वर्गों को खाना खिलाने के दृश्य  25 मार्च लाकडाउन के‌ प्रारंभ से ही नजर आ रहे हैं। सरकारें  और समाज के लोग कोरोनावायरस माहामारी की स्थिति में कमजोर वर्गों को  उनके इलाके मे जाकर भोजन कराने का पुण्य कार्य कर रहे‌ हैं। ऐसा ही पुण्य कार्य राम-जानकी संस्थान आरजेएस एडमिन झारखंड के राम सिंह ने किया है।10अप्रैल 2020को सामाजिक कार्यकर्ता रामसिंह ने सुबह-सुबह जमशेदपुर (टाटानगर) स्थित मानगो शांति नगर में नदी की तराई पर बसे कमजोर लोगों के क्षेत्र में हलवाई के साथ राशन सामग्री और लकड़ी लेकर पहुंच गए ।

अपने माता-पिता‌ स्व० श्रीमती विमला देवी और से.नि.इंजीनियर का जीवन जी रहे पिता श्री जगबली सिंह की प्रेरणा और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ‌एम.एम.दत्ता तथा सुधीर रंजन दत्ता के सहयोग‌ खिचड़ी,शब्जी और टमाटर की चटनी हलवाई से तैयार करवाए।दोपहर एक बजे के बाद से समाजसेवी और राजनीतिज्ञ सरोज कुमार सिंह और भाई विकास सिंह की उपस्थिति में खिचड़ी वितरण का कार्यक्रम शुरू हुआ जो तीन बजे तक चला।लगभग डेढ़ सौ लोगों ने दोपहर का भोजन किया।सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने को कहा गया और सभी प्रमुख लोग व कार्यकर्ता  मास्क लगाए हुए थे।

आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ‌की प्रेरणा से श्री रामसिंह अपने सहयोगियों ‌संजीव कुमार सिंह और राजकुमार सिंह के साथ मिलकर आरजेएस की बैठकें कर चुके हैं । श्री सिंह सकारात्मक भारत आंदोलन से शुरू से  जुड़े रहे हैं। 24 जनवरी को आरजेएस के राष्ट्रीय कार्यक्रम राष्ट्र प्रथम वंदेमातरम् पार्ट 3 में आपकी माताजी के नाम से स्व० विमला देवी मेमोरियल आरजेएस स्टार अवॉर्ड 2020 दिल्ली के मुनि इंटरनेशनल स्कूल की शिक्षका व विद्यार्थियों को प्रदान किया गया है। टीम आरजेएस फैमिली और पाॅजिटिव मीडिया की ओर से रामसिंह के सकारात्मक ‌कार्यों की काफी प्रशंसा हो रही‌ है।