जीवन को जो सजाते हैं-वही हमारे शिक्षक कहलाते हैं-हितेश

शनिवार, 4 सितम्बर,2021: भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 134वीं जयंती यानि राष्ट्रीय शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर एफआईएमटी के विद्यार्थियों ने अपने गुरुओं को समर्पित ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया |

उक्त कार्यक्रम की संयोजक-असिस्टेंट प्रोफेसर रेनु के अनुसार कॉलेज के विद्यार्थियों ने शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए मानसी एवं चार्ली द्वारा फैकल्टी पर शानदार प्रस्तुति के अलावा साक्षी, जाह्नवी, आयुषि, सुजाता, अक्षिता, स्नेहा सिंह, ऋतिका ने कविताएँ, विचार, नृत्य पेश किए | अंशिका ने कॉलेज फैकल्टी के रोचक स्केच प्रस्तुत करते हुए क्रिएटिव एक्टिविटी की वहीँ हितेश ने वेबिनार में उपस्थित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को अपनी कविता “जीवन को जो सजाते हैं-वही हमारे शिक्षक कहलाते हैं” गाते हुए खूब तालियाँ बटौरी | इसी कार्यक्रम में कॉलेज की फैकल्टी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफ़ेसर एस.एस.डोगरा ने भी “वही तो शिक्षक कहलाता है” शीर्षक वाली एक प्रेरक कविता सुनाई | समस्त कार्यक्रम का मंच सञ्चालन अंशिका एवं अक्षिता ने शानदार ढंग से किया |