ईटी एज की पहल स्मार्ट ग्रीन समिट एंड अवार्ड्स 2015 – भारत बढ़ रहा स्थायी विकास की ओर

(L-R) Rishi Kapoor, Parvesh Sharma, Nitin Gupta, R Subramanian, Sonali Bhagwati, D. Vishwanath

प्रेमबाबू शर्मा​

स्थायी निवासी परिवेश निर्माण करने के विभिन्न पहलूओं पर विचार मंथन के लिए, दिल्ली में आयोजित एक रणनीतिक परिचर्चा श्रृंखला में प्रतिष्ठित वक्ताओं एवं विचारकों की उपस्थिति एक मंच पर देखी गई। ईटी एज की पहल स्मार्ट ग्रीन समिट एंड अवार्ड्स 2015 ने राजनेताओं – श्री. अनंत गीते, (माननीय मंत्री, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार), श्री बाबुल सुप्रियो (शहरी विकास राज्य मंत्री), श्री आनंद महाजन (सेंट-गोबेन की ओर से भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के जनरल डेलीगेट) और अंतरराष्ट्रीय वक्तागण जे. मेयर एच, डॉ. निगेल ओसलैंड, जेम्स एडवर्ड्स तथा पीटर ग्रिफिन्स सहित अन्य को एक मंच पर आमंत्रित किया।

(L-R) Ronitaa Italia Dhanu, J. Mayer, Reena Saini Kallat, Tisca Chopra
यह सम्मेलन सेंट गोबेन की 350वीं वर्षगांठ की शुरुआत और इसकी सफलता गाथा के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। सेंट गोबेन की ओर से भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के लिए जनरल डेलीगेट श्री आनंद महाजन ने बताया कि, “सेंट गोबेन का मानना है कि वह भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जिसके लिए निर्माण एवं उच्च-क्षमता सामग्रियों के उत्पादन और डिजाइन करने की जरूरत होगी, जो कि विकास, ऊर्जा की बचत और पर्यावरण सुरक्षा के लिए नए समाधान प्रदान करेंगे। हमारी 350वीं वर्षगांठ पर, हम इस प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए भारत में स्थायी निवासी परिवेश हेतु संदर्भ बनना चाहते हैं और अगले कुछ सालों में देश में अपना कारोबार दोगुना करना चाहते हैं।”
Anand Mahajan, General Delegate for India, 

Sri Lanka & Bangladesh, Saint-Gobain
यह समारोह एक अधिक “विध्वंसकारक” प्रकार की नवीनता पर चर्चा करने का मंच बना जो कि एक महत्वपूर्ण और व्यवस्थित बदलाव लाने में आवश्यक होगा। श्री अनंत गीते (माननीय मंत्री, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार) ने कहा कि, “हमारी दुनिया आज पर्यावरण पहलूओं और चिरस्थायी विकास हेतु सजग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में विस्तार से इस पर प्रकाश डाला, ठीक वैसे ही मैं यह दोहराना चाहूंगा कि हमें आज जलवायु परिवर्तन के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और स्थिरता को ध्यान में रखते हुए विकास की दिशा में काम करना होगा। यह हमें एक विकसित एवं हरित राष्ट्र के रूप में तब्दील होने में मदद करेगा।”

डिजाइन के जरिये एक स्थायी तरीके से आराम प्रदान करना आज एक आवश्यक पहलू है। आयडस के एक्जिक्यूटिव प्रिंसिपल साइमन ग्रिफिथ्स ने इस पर विस्तार से बताते हुए कहा कि, “एक शहर की योजना बनाते वक्त हमेशा ही कई प्रकार के रिक्त स्थान एवं छेद होते हैं जिन्हें भरने की जरूरत होती है। स्थायी प्रकार से एक शहर को विकसित करने में समय लगेगा। हालांकि हम शहर में परतें जोड़ना शुरु कर सकते हैं, चाहे पुरानी या नई, लेकिन शायद शहर नियोजन का सही तरीका बाहर की तरफ विस्तार करने की बजाय संघठित करना होगा। संघठित करने की बजाय मौजूदा शहरों को सघन बनाएं।”

समारोह के बारे में बात करते हुए, टाइम्स कॉन्फ्रेंसेस लिमिटेड के प्रेसिडेंट श्री दीपक लांबा ने कहा कि, “स्मार्ट ग्रीन 2015 एक ऐसा मंच है जो वक्त की सबसे प्रासंगिक जरूरत को संबोधित करता है। स्थिरता एवं नवीनता एक ऐसी पहल है जिसे पूरी प्राथमिकता के साथ किया जाना चाहिए और इसमें जरूरी यह है कि इसे एक नए तरीके से किया जाना चाहिए। बदलते व्यवहार के साथ हम घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं और बाहर कम। इसके साथ ही, यह जरूरी होगा कि एक ऐसी संरचना तैयार की जाए जो हमारी इंद्रियों के अनुकूल हो और हमारे आस-पास परिवेश को ध्यान में रखे।” इस सम्मेलन के दूसरे हिस्से में उन संगठनों और व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने स्थायी निवासी परिवेश के उद्देश्य हेतु प्रतिबद्धता दिखाई है और अपने काम के जरिये उसे पूरा भी कर रहे हैं।