उप नगरी में आयोजित मिनी मेराथन में सैकड़ों खिलाडी एवं खेल प्रेमी दौड़े


कड़ी मेहनत व् लगन से सफलताएँ मिलती हैं —जोगिन्दर सिंह

द्वारका उप नगरी में आयोजित मिनी मेराथन में सैकड़ों खिलाडी एवं खेल प्रेमी दौड़े. भारत वर्ष की आजादी के 68वीं वर्षगांठ पर उक्त मेराथन में तीन वर्ष के मासूम बच्चे से लेकर 75 वर्ष तक बुजुर्ग ने हिस्सा लिया.

सोसाइटी फॉर क्रिएटिवस तथा द्वारका परिचय के संयुक्त सहयोग से उपस्थित प्रत्येक  प्रतिभागी के राष्ट्र गान “जन गण मन” की उद्घोष के साथ ही मेराथन की ब्रांड ऐम्बसडर प्रिया पुनिया ने डीडीए स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स द्वारका के सचिव टी.के. नायर, प्रबंधक विजय वर्मा, पुलिस इंस्पेक्टर राजेश डोगरा, संजय मिश्रा, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तेक्वान्दो कोच रघुबीर व् महाबीर प्रसाद, बी.एस.यादव, डॉ.सुरेन्द्र, डॉ. ललिता, सुरेन्द्र पुनिया, बास्केटबाल कोच एस.एस.शेखावत, कोच राजेश सोलंकी, शिवम्, आदि ने सामूहिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय धवज लहराते हुए आगाज किया.

 इस मिनी मेराथन के आयोजक व खेलप्रेमी पत्रकार एस. एस. डोगरा ने बताया कि इस तरह के प्रयासों से ही स्पोर्ट्स कल्चर पैदा होगा और इसी तरह की पहल से देश में खिलाडियों को बनाने में सहायता मिलेगी. यदि वतन के युवाओं का शरीर स्वस्थ होगा तो वे शारीरिक व् मानसिक कार्यों को ज्यादा कुशलतापूर्वक करने में सक्षम होंगे और देश में खुशहाली आएगी तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में खूब पदक हासिल करने का विश्वास जाग्रत होगा. 
इस मिन्नी मैराथन की विभिन्न श्रेणीयों में निम्न धावकों जगदीश, राहुल पुनिया, जयदेव, राहुल, यश, अर्शिया सांगवान, रेखा, जयत्री, मनीषा, दिशा सोलंकी, को १५ वर्ष से कम उम्र वर्ग तथा 15 से 45 वर्ष की आयु वाले भूपत, सौरभ, राजन, खुशबू सोलंकी, याशी गोयल, संतोष बिश्नोई और 45 बर्ष से अधिक उम्र वाले धावक दीपक व् रघुबीर विजेता रहे.

शहीद रामफल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद विशाल मेगा मार्ट के सौजन्य से सीबी आई के पूर्व निदेशक जोगिन्दर सिंह ने मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित होकर हरिगोयल, अमित मार्या, प्रदीप राणा, आर.पी.तंवर, मुकेश सिन्हा, गुप्ता जी के संग मिलकर पुरस्कृत किया. इसी समारोह के दौरान जोगिन्दर सिंह ने सन १९४७ की कुछ खट्टी-मीठी यादों तथा व्यवहारिक जीवन में कड़ी मेहनत व् लगन के उम्दा परिणामों के बच्चों के बीच साझा किया. जबकि सुश्री पूनम सोलंकी ने समस्त प्रतिभागियों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया.