सत्या भारती अभियान ने ग्रामीण पंजाब में सेनिटेशन को प्रोत्साहन दिया

अशोक कुमार निर्भय / निशा जैन

भारती फाउंडेशन के सत्या भारती अभियान कार्यक्रम के तहत, जिसमें ग्रामीण घरों में स्वच्छता को बेहतर किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है, ने आज लुधियाना जिला के 210 गांवों में 5000 से अधिक इंडिविजुअल हाउस होल्ड लैट्रींस (आईएचएचएल) यानि प्रत्येक घर में शौचालयों के निर्माण कर घरों के सदस्यों को प्रदान कर दिए गए हैं। इन शौचालयों को पूरी तरह से निशुल्क बना कर प्रदान किया गया है। इसके साथ ही इस समय 64 अन्य गांवों में 1500 शौचालयों का निर्माण जारी है।

इस प्रयास के तहत, जिसे अगस्त, 2014 में भारत सरकार के राष्ट्रीय मिशन ‘स्वच्छ भारत में योगदान के लिए शुरू किया गया था, से अब तक निर्मित किए गए आईएचएचएल से 25,000 से अधिक लोगों को लाभ पहुंच रहा है। भारती फाउंडेशन का लक्ष्य है कि लुधियाना जिला के 900 से अधिक गांवों को इस कार्यक्रम में शामिल कर ऐसे सभी परिवारों को निशुल्क शौचालय बनाकर घर में ही शौच की सुविधा प्रदान की जाए। इस कार्यक्रम के अंत में लुधियाना जिला, ऐसा जिला बन जाएगा, जिसमें एक भी घर बिना शौचालय के नहीं होगा। फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ रुपए का निवेश करने का लक्ष्य तय किया है। इस अभियान को भारती एयरटेल लिमिटेड और भारती इंफ्राटेल लिमिटेड वित्तीय मदद प्रदान कर रही है।

इस ग्रामीण घर स्वच्छता कार्यक्रम के साथ ही सत्या भारती अभियान में ग्रामीण लुधियाना के सरकारी स्कूलों में भी सेनिटेशन सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे स्कूलों में जिनमें ये सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां पर सबसे पहले लड़कियों के लिए शौचालय बनाए जा रहे हैं। सेनिटेशन सुविधाएं प्रदान करने के अलावा फाउंडेशन अपने विभिन्न सेनिटेशन अभियानों के माध्यम से एक व्यावहारिक बदलाव लाने पर भी ध्यान केन्द्रित कर रही है और भारत के छह राज्यों में विभिन्न स्वच्छता अभियानों को संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत फाउंडेशन द्वारा संचालित किए जा रहे 254 स्कूलों में पढ़ रहे 41,000 बच्चों के माध्यम से बदलाव लाने के लिए उन्हें स्थानीय आबादी में जागरूकता लाने के लिए बदलाव के प्रतिनिधि के तौर पर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

श्री राकेश भारती मित्तल, को-चेयरमैन, भारती फाउंडेशन ने कहा कि ”हम इस रिपोर्ट को देखकर बेहद प्रसन्न हैं कि इस प्रयास के तहत काफी तेजी से काम हो रहा है और स्थानीय ग्रामीण समुदाय से भी काफी अच्छा सहयोग मिल रहा है। इस परियोजना के तहत आम लोगों की जिंदगी और जीने के स्तर पर पड़ रहे प्रभाव और मिल रहे लाभों का असर स्पष्ट है। हम इस कार्यक्रम के विस्तार के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं और हमें पूरा विश्वास है कि अगले दो सालों के अंदर लुधियाना जिले के हर ग्रामीण घर में एक शौचालय बनाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही हम जिले के उन सरकारी स्कूलों में लड़कियों के लिए भी अलग से शौचालय बनाने की सुविधा प्रदान कर रहे हैं जिनमें ये नहीं है और हम ये तय करना चाहते हैं कि इस मूल सुविधा की कमी के कारण लड़कियों की शिक्षा में कोई बाधा नहीं आए।

फाउंडेशन इन शौचालयों के निर्माण के लिए विभिन्न सहभागियों के साथ कार्यरत हैं ताकि मजबूत शौचालयों का निर्माण हो और उनके रखरखाव का खर्च भी कम रहे। सत्या भारती अभियान को राज्य सरकार और स्थानीय समुदायों के साथ सहभागिता में लागू किया गया है।


भारती फाउंडेशन: परिचय
भारती फाउंडेशन, ग्रामीण भारत में सुविधाओं से वंचित के बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रही है। इसके कार्यक्रमों में सत्या भारती स्कूल, सत्या भारती लर्निंग सेंटर्स, क्वॉलिटी स्पोर्ट प्रोग्राम शामिल हैं और ये अब तक सामाजिक और आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों वाले बच्चों को लाभ प्रदान कर चुकी है। इस कार्यक्रम में कन्या बालिकाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुल स्टूडेंट्स में से 50 प्रतिशत लड़किया हैं। सत्या भारती स्कूल प्रोग्राम में इस समय 254 सत्या भारती स्कूलों में (प्राइमरी, एलमेंटरी और सीनियर सैकेंडरी) हजारों बच्चों को स्कूलों में स्थानीय समुदायों के हजारों बच्चे पढ़ रहे हैं। साथ ही स्थानीय समुदायों से 1600 टीचर्स को भी नियुक्त किया गया है।

इन स्कूलों में बच्चों को दोपहर का खाना निशुल्क प्रदान करने के साथ ही बच्चों को निशुल्क किताबें और यूनिफार्म भी प्रदान की जाती है। एक संगठन के तौर पर भारती फाउंडेशन हमेशा ही सार्वजनिक स्वच्छता को प्रोतसाहित करती है और इसके लिए अपने स्कूलों में लड़के और लड़कियों के अलग शौचालय सुविधाएं भी बनाई गई हैं। जिसके चलते इन स्कूलों में लड़कियों का दाखिला काफी तेजी से बढ़ा है।