67वीं बैठक में टीम आरजेएस ने पूछे सवाल, क्यों है पत्रकारों और पत्रकारिता का ये हाल ?

हिंदी पत्रकारिता के पुरोधा राजा राममोहन राय और हिंदी के पहले अखबार के संपादक जुगल किशोर शुक्ल को याद करते हुए पत्रकारिता पर चर्चा हुई और रमजान के मुबारक मौके पर टीम आरजेएस ने स्थानीय नागरिकों और बच्चों के साथ इफ्तार किया ।

राम जानकी संस्थान आरजेएस के सकारात्मक भारत मिशन के अंतर्गत एक्टिव मीडिया ग्रुप के संपादक सिराज अब्बासी ने 67 वीं आरजेएस सकारात्मक बैठक का आयोजन 30 मई 2019को आजाद मार्केट दिल्ली में किया, जिसमें 10 साल के अनसब सिराज ने पहला रोजा इफ्तार किया ।बैठक के मुख्य अतिथि आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने पत्रकारिता दिवस पर आरजेएस परिवार द्वारा प्राप्त संदेशों को बैठक में पढ़ा और यहां उपस्थित पत्रकारों संजय कामवाल, दीनदयाल, जयप्रकाश श्रीवास्तव , मुइनुद्दीन, इमरान खान ,राजीव शर्मा, खालिद खान और शोएब अंसारी ने सकारात्मक पत्रकारिता को तेज करने का संकल्प दोहराया।

काफी लोगों का कहना था कि सरकारें आती हैं ,चली जाती हैं लेकिन पत्रकारों की सुध कोई भी नहीं ले रहा ? नतीजतन लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ पीड़ित महसूस कर रहा है। आरजेएस परिवार में पत्रकारिता पर संदेश भेजने वालों में पत्रकार उमेश कुमार ,अतुल श्रीवास्तव ,अमिताभ कुमार, देवदत्त राजेंद्र प्रसाद गोसाई प्रदीप कुमार ,योगेंद्र शर्मा, भारत अग्रवाल और चंद्र प्रकाश द्विवेदी आदि शामिल थे ।श्री मन्ना ने बताया कि  अब  मंत्रियों सांसदों और मंत्रालय के सचिवों के साथ बैठक में पत्रकारिता को मजबूत करने के लिए संबद्ध शीर्षस्थ लोगों को सकारात्मक बनाने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में आरजेएस पॉजिटिव मीडिया सहित स्थानीय नागरिकों और बच्चों ने मिलकर कार्यक्रम को सफल किया। बैठक के अंत में सब ने मिलकर इफ्तारी किया पत्रकारों को आयोजक की तरफ से उपहार भी प्रदान किए गए।