चित्रकार महेश कुमार के उत्कृष्ठ चित्रों की एकल चित्रकला प्रदर्शनी फैबुलस का अशौक विहार में शुभारंभ हुआ।

रोटरी कला विभूषण सम्मान से नवाजे जा चुके वरिष्ठ चित्रकार महेश कुमार के चित्रों की एकल प्रदर्शनी “फैबुलस” यानि उत्कृष्ठ शीर्षक से  अशोक विहार, दीप सैन्ट्रल मार्किट क्षेत्र में स्थित रूपचन्द इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ाईन आर्ट की कला दीर्घा में आयोजित की गई।

प्रदर्शनी का उदघाटन आज मुख्य अतिथि दि ऑर्ट ऑफ गिविंग फॉउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष शिक्षाविद् श्री दयानंद वत्स एवं विशिष्ठ अतिथि मशहूर चित्रकार श्री पदम चंद एवं प्रदर्शनी के क्यूरेटर श्री रुपचंद ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।अपने संबोधन में मुख्य अतिथि दयानंद वत्स ने कहा कि फैबुलस में प्रदर्शित चित्रों में कलाकार महेश कुमार ने मानवीय मन की संवेदनाओं और अंतर्द्वंद को बारीकी से कैनवास पर उकेरा है।यह प्रदर्शनी 30 जनवरी से 28 फरवरी 2019 तक देखी जा सकेगी। ज्यादातर महेश की  तैल रंगो के माध्यम से केनवस पर बनाई हुई पेंटिग हैं। अपनी पेंटिंग में थ्रीडी इफ्फेट्स बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है। पेंटिंग के फ्रेम भी रंगों के माध्यम से बनाये गए हैं। जर्नी ऑफ़ बुद्धा, मेस्सेंजर ऑफ़ लव, प्रेयर ऑफ़ लार्ड कृष्णा, गणेश अराधना, डिज़ायर टू फ्लॉय, गणेश विद लोट्स, बुद्धा विद लोट्स इनकी कुछ कलाकृतियों के शीर्षक हैं। नई दिल्ली में जन्मे 41 वर्षीय महेश को चित्रकारी का शोक बचपन से ही रहा। कई ग्रुप, आर्ट केम्प व् वर्कशॉप में भाग ले चुके महेश ने कला की कहीं शिक्षा नहीं ली किन्तु इनकी कला का लोहा सभी इनके जानकार मानते हैं। इनकी पैंटीन के कद्रदान देश विदेश में हैं। महेश वाल पेंटिंग के भी बेहतरीन कलाकार हैं वर्ष 2013 में दिल्ली विश्वविद्यालय की दीवार पर पेंटिंग प्रतियोगिया में 500 कलाकारों में से दूसरा स्थान प्राप्त किया। इनकी बनाई वाल पैंटीन देश के कई प्रतिष्ठित जगहों पर बनी हुई हैं।