कोरोना संकट में विश्व पत्रकार महासंघ दिल्ली प्रदेश ने सैंकड़ों पत्रकार बंधुओं को पहुंचायी मदद

विश्व पत्रकार महासंघ (रजि) दिल्ली प्रदेश के प्रभारी वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार निर्भय एवं अध्यक्ष विक्रम गोस्वामी के सानिध्य में पत्रकारों के कल्याणार्थ चलायी जा रही राशन उपलब्ध कराने की मुहीम में  अब तक लॉकडाउन और आर्थिक संकट से जूझ रहे दिल्ली में रहने वाले सैंकड़ों पत्रकार बंधुओं को राशन उपलब्ध कराया जा चुका है।

इस आशय की जानकारी देते हुए विश्व पत्रकार महासंघ के दिल्ली प्रदेश प्रभारी अशोक कुमार निर्भय एवं अध्यक्ष विक्रम गोस्वामी ने बताया कि अब तक हज़ारों की संख्या में पत्रकार बंधुओं  और आम जनता को हज़ारों  फेस मास्क बांटे जा चुके हैं वहीँ जिन पत्रकार मित्रों की नौकरी जाने,वेतन नहीं मिलने और अन्य कारणों से आर्थिक संकट के चलते आजीविका चलाने में हो रही कठनाई को देखते हुए हमने लॉकडाउन के तीसरे दिन से ही राशन उपलब्ध करना आरम्भ कर दिया था और सबसे बड़ी बात की हमने मानवता और पत्रकारों के स्वाभिमान के चलते किसी को भी राशन उपलब्ध कराते समय फोटो नहीं लेने का निर्णय किया था जिसके चलते बहुत पत्रकार बंधुओं ने इस कदम की सराहना भी की। उन्होंने कहा की सरकारी मदद मिली नहीं और हम स्वाभिमान के चलते किसी से कुछ मांग नहीं पाए ऐसे में विश्व पत्रकार महासंघ दिल्ली प्रदेश ने हमारी मदद के लिए ऐसे समय में हाथ आगे बढ़ाये जब पूरा देश कोरोना महामारी के चलते आर्थिक और स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है।

प्रदेश अध्यक्ष विक्रम गोस्वामी ने बताया कि इस कार्य में हमें समाज के कई प्रबुद्ध लोगों ने और कई संस्थाओं ने राशन उपलब्ध कराकर मदद दी तभी हम  अपने पत्रकार बंधुओं तक मदद पंहुचा सके। उन्होंने बताया की जैसे जैसे लॉकडाउन बढ़ रहा है परेशानियां भी बढ़ रही है क्योंकि अब दान देने वाले भी सामने नहीं आ रहे ऐसे में हमें अपनी मुहीम को सिमित करना पड़ सकता है हालाँकि हमने अभी प्रयास करने नहीं छोड़े हैं हम हमेशा पत्रकार साथियों की मदद करने में जो संभव हो सकता है उसको करने का प्रयास करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। प्रदेश प्रभारी अशोक निर्भय ने सभी अख़बार मालिकों से अपील करते हुए कहा की इस संकट काल में जब खुद प्रधानमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री आग्रह कर चुके हैं की पत्रकारों को वेतन समय पर और पूरा दें और हो सके तो एडवांस भी दें ताकि वह अपना परिवार चला सकें क्योंकि पत्रकारों की मेहनत से ही देश का चौथा स्तंभ सुरक्षित रहकर मजबूती के साथ खड़ा है।