हिम सामाजिक संगठन ने रेड क्रास सोसायटी की मदद से दो जीवन बचाए

(द्वारका परिचय न्यूज डेस्क)

आप सभी से कल का एक किस्सा शेयर करते हुए काफी प्रसनता हो रही है कल रात्रि लगभग 8.45 पर चेयरमैन साहब श्री रविन्द्र शर्मा जी का फ़ोन आया जिसमें उन्होंने किसी को अर्जेंट ब्लड की आवश्यकता है एक फ़ोन नंबर दिया साथ ही बोले कुछ क्रिटिकल भी है जल्द बात कर ब्लड की व्यवस्था करें। मैंने तुरन्त श्री अजय कुमार जी से बात की तब उन्होंने बताया कि उनके यहाँ काम करने वाले एक कर्मचारी की पत्नी श्रीमती सोनी जो कि ESIC राजागार्डन के पास एडमिट है उनको लेबर पैन के समय अत्यधिक blodding होने के कारण उनकी जान पर बन आयी। जान बचाने के लिए उन्हें दो यूनिट B- रक्त की आवश्यकता है। जैसे ही मैंने B Negative ब्लड के बारे में सुना दिमाग घूम गया क्योंकि आज carona काल मे जहाँ B positive ब्लड मिलना मुश्किल है वही यहां तो B नेगेटिव का इन्तजाम करना था। मैंने अजय जी को ये कह कर की बात कर बताता हूं।

कुछ देर बाद अजय जी का फिर फोन आया और उन्होंने बताया कि एक यूनिट ESIC ने दे दी है पर blodding ज्यादा होने के कारण तीन घंटे में एक यूनिट और चहिये मैंने अजय जी को कहा चलो कुछ टाइम मिल गया है देखते है तभी तत्काल महाराजा अग्रसेन और एक्शन बालाजी एवम पीतमपुरा ब्लड बैंक में बात की सभी ने मना कर दिया। कई जगह से इनकार होने के बाद मैंने पूनम वालिया जी को काल कर दिया जो कि रेड क्रॉस सोसाइटी में काम करती है और हमारी हमेशा सहायता करती है पर कल उन्होंने भी फोन नही उठाया जिससे मै frustated होने लगा था और मन ही मन खयाल आया कि आज भी जरुरत पर मदद नही कर पाया एक बार फिर नाक कट गई। लेकिन इसको एक जीवन का हिस्सा मानते हुए मैने अपनी उम्मीद को कम कर dinner करने लगा साथ ही मोबाइल पर गूगल में blood दोनोरस को देख रहा था तभी रेड क्रॉस सोसाइटी की डायरेक्टर का नंबर मिला मैंने उनको कॉल कर दिया लेकिन वहाँ से फोन नही उठा। मैंने निराश हो कर फ़ोन फैक दिया।

लगभग 9.20 पर मुझे एक काल आई जैसे ही फोन उठाया तो वहाँ से Dr. वनश्री सिंह ने फोन पर कहा जी आपकी कॉल आयी हैं मैंने पूछा मैडम आप कौन बोल रही है तब उन्होंने बताया कि मै Red cross से डायरेक्टर बोल रही हूं मैंने तुरंत उनको डिस्टर्ब करने के लिए माफी मांगते हुए तत्काल उनको सब बता दिया उन्होंने कहा कि आप सुबह 10.30 पर एक डोनर ले आये हम आपको B- ब्लड दे देंगे लेकिन मैंने उनको बोला कि सुबह तो उस महिला की शायद डेथ हो जाये साथ ही उनके बच्चे की भी तब उन्होंने मेरे बारे में जानते हुए मुझे बोला कि मैं आपको 10 मिनट में कॉल करती हूं लेकिन उनका फ़ोन 25 मिनट बाद आया और उन्होंने कहा कि आप किसी को भेज दे आपको ब्लड मिल जायेगा लेकिन ESIC से refer करवा के लाना होगा। ESIC के रेजिडेंट डॉक्टर से बात की तब उन्होंने 10 मिनट में लेटर दे दिया और रात 12 बजे ब्लड मिल गया जिसको 12.30 ESIC पहुचा दिया गया और श्रीमती सोनी को समय रहते चढ़ा दिया गया। आज दोपहर बाद श्रीमती सोनी जी के पति ने बताया कि उनके पुत्र हुआ उनकी वाइफ एवम बच्चे की जान बचाने के
धन्यवाद दिया।

इस धन्यवाद के असल पात्र श्री रविन्द्र शर्मा जी चेयरमैन हिम समाजिक संगठन एवम डॉक्टर वनश्री सिंह डायरेक्टर रेड क्रॉस सोसाइटी को दो जीवन वचाने के लिए समर्पित करता हूँ। आप दोनों के ही सहयोग से मुझे भी इस पुण्य का भागी बनने का मौका मिला

(सौजन्य आभार :दिनेश भारद्वाज)