नशा युक्ति से मुक्ति का द्वार खोलेगा, नशे का गुलाम बनने से बचें

राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के संयोजन व संचालन में  दीदेवार जीवन ज्योति के सहयोग से नशा मुक्ति पर सुविचार का वेबिनार  आयोजित किया गया । 

श्री मन्ना ने कहा की प्रत्येक वर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता है । नशा के दुष्प्रभावों से दुनिया को बचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने प्रस्ताव में 7 दिसंबर 1987 से इसे मनाने का निर्णय लिया था। इस अवसर पर “वंदेमातरम्” राष्ट्रीय गीत के रचयिता बंकिमचंद्र चटोपाध्याय की जयंती 26 जून के मद्देनजर  कोटि कोटि नमन् किया गया ।कार्यक्रम में मुख्य वक्ता और के सह-आयोजक विचारक सुरजीत सिंह दीदेवार ने कहा कि नशा का युक्ति से मुक्ति संभव है, नशे का गुलाम बनने से बचने का आह्वान किया। उन्होंने आगाह किया कि सभी लोग अपने-अपने बच्चों से ज्यादा से ज्यादा संवाद स्थापित करें और उन्हें जागरूक लोगों से मिलवाएं।

आज की जागरूकता बच्चों को कल शिक्षा का महत्व बताती है। नशामुक्त समाज के लिए हमें सरकार या किसी कानून के भरोसे नहीं बैठना है । सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्र फौजी ने मणिपुर व झारखंड में अनेक बच्चों को नशा मुक्त कराया । दिल्ली में खेलों के लिए प्रेरित किया।अनेक बच्चे नशा मुक्ति के बाद आर्मी में चयनित हुए । 

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुख्यालय सोशल मीडिया टीम के चेयरपर्सन डा.डी आर राय ने नशेड़ी बनाने के षड्यंत्र से  बच्चों को बचाने की अपील की । इसके लिए उन्होंने स्कूल के अध्यापकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।  उन्होंने स्कूलों में  एक प्रतियोगिता कराई थी “मय के रथ पर, मरघट के पथ पर” । स्कूलों के आसपास नशे की दुकान नहीं होने के कानून का कड़ाई से पालन करने की आवश्यकता बताई।

उपभोक्ता नीति के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ प्रो. बिजाॅन कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकार राजस्व के लिए कई नशीली चीजों और तंबाकू को बैन नहीं करती है, जिन देशों व राज्यों में यह बैन है ,वहां भी धड़ल्ले से बिकता है । वैधानिक चेतावनी तंबाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है का वाक्य एक दिखावा है, दरअसल पैसा ही सबकी माया है। उन्होंने वर्ष में एक दफा आरजेएशिएन्स के शिखर बैठक को आवश्यक बताया। आरजेएस एडवाइजर प्रो.मिश्रा ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम 2024 ग्यारह अगस्त को एक और एक ग्यारह होकर आरजेसियंस से बढ़-चढ़कर वैश्विक स्तर पर शामिल होने की आशा जताई । आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर ने धन्यवाद ज्ञापित किया और आरजेसियंस को शारदा ऑडिटोरियम,आरके आश्रम मार्ग,नई दिल्ली में आमंत्रित किया।सात जुलाई को वेबिनार के सह-आयोजक राजेन्द्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि ये कार्यक्रम मेरे पिताजी स्व० रामवृक्ष सिंह कुशवाहा की स्मृति में विश्व जनसंख्या दिवस पर ऑनलाइन संगोष्ठी के माध्यम से आरजेएस पीबीएच द्वारा किया जाएगा।

 सुरजीत सिंह दीदेवार ने संसद तक सकारात्मक सोच पहुंचाने के लिए तन-मन-धन से सहयोग की अपील की और कहा कि आरजेएस पीबीएच का ग्रंथ 03 का 11 अगस्त को विमोचन होगा, जबकि पोस्टर लांच 24 जुलाई को दीदेवार जीवन ज्योति पटेल नगर,नई दिल्ली में किया जाएगा। श्री मन्ना ने कहा कि डाॅक्टर्स डे 30 जून, वन महोत्सव 3 जुलाई और जनसंख्या दिवस का 07 जुलाई को सुबह 11 बजे से है आरजेएस पीबीएच वेबिनार. कार्यक्रम में लाफ्टर एंबेसडर  कुलदीप राय ने हास्य योग द्वारा नशा मुक्ति की प्रस्तुति दी। 

 वेबिनार में सुरजीत सिंह दीदेवार ने प्रतिभागियों की शंकाओं और प्रश्नों समुचित जवाब दिया। इसमें डा.ओमप्रकाश झुनझुनवाला,इसहाक खान,प्रखर वार्ष्णेय,डा.नरेंद्र टटेसर,डा.मुन्नी कुमारी,आशीष रंजन, सत्येंद्र त्यागी,दिनेश कुशवाहा, आदि शामिल हुए । कार्यक्रम संयोजक उदय मन्ना ने पटना बिहार से टेक्निकल सपोर्ट दे रहे टीम प्रमुख मयंक राज को विशेष धन्यवाद दिया ।