आरजेएस आजादी की‌ अमृत गाथा में शहीद चन्द्रशेखर आजाद और सी वी रामन को आरजेएस फैमिली ने दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी के उपलक्ष्य में रामजानकी संस्थान(आरजेएस) द्वारा श्रीमद्भागवत गीता पर आचार्य स्वामी माधवानन्द जी के व्याख्यान पर आधारित आरजेएस कीआजादी की‌ अमृत गाथा का 133 वां वेबिनार आयोजित किया गया। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि इसमें प्रो.बिजाॅन कुमार मिश्रा, प्रफुल्ल डी सेठ और ओमप्रकाश झुनझुनवाला ने संबोधन दिया। वेबिनार में मुख्य अतिथि चिन्मय मिशन, पटियाला के आचार्य स्वामी माधवानन्द जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्री‌कृष्ण ने जीवन का सत्य मृत्यु को बताया । इसलिए इस जीवन में दूसरे को दोष न देकर मन को अच्छा रखें तो कोई समस्या नहीं है। 

उन्होंने कहा कि जीवन में समस्या जैसी कोई चीज है ही नहीं।परिस्थिति को सही तरीके से क्रियान्वित नहीं करने से समस्या बढ़ जाती है । मन ही मनुष्य का मित्र और अनियंत्रित मन ही शत्रु है । उन्होंने कहा कि अहं दुख का कारण है और शरीर को आत्मा समझना भूल है ।सकारात्मक मन से सोच को सही दिशा मिलती है। इसलिए सकारात्मक मन ही सुख का आधार है ।

वेबिनार में द अवेयर कंज्यूमर के संपादक प्रो.बिजाॅन कुमार मिश्रा ने अपने ओपनिंग रिमार्क्स में प्रफुल्ल डी सेठ द्वारा श्रीमद्भागवत गीता पर कार्यक्रम करने के सुझाव की तारीफ की। आगे उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता और प्रबंधन कोर्सेज में अन्योन्याश्रित संबंध है प्रबंधन के विद्यार्थियों को गीता का ज्ञान एक आधार देता है । यही नहीं ग्राहकों और उपभोक्ताओं के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए भी गीतासार को समझना आवश्यक है। आरजेएस फैमिली की ओर से  स्वामी माधवानन्द जी का स्वागत करते हुए जानेमाने फार्मासिस्ट प्रफुल्ल डी सेठ ने कहा कि अठारह साल की उमर से ही स्वामी जी आध्यात्मिक जीवन जी रहे हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों में बच्चों में नैतिक शिक्षा, काॅरपोरेट और प्रबंधन संस्थान आदि में गीता ज्ञान का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।फिलहाल राउरकेला से समय निकालकर आरजेएस फैमिली के बीच स्वामी के आगमन से मैं‌ बहुत खुश हूं। श्री प्रफुल्ल सेठ ने गीता के संदर्भ में अपने मनोविज्ञान के कोर्स में “ए परसन इज ए परसन ,बिद द‌ प्रोब्लम को पहली बार समझा। आज “माई प्राब्लम -आई एम द प्रोब्लम ” को समझने में मदद मिलेगी।

वेबिनार के अंत में साधक ओमप्रकाश झुनझुनवाला ने स्वामी माधवानन्द जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आरजेएस फैमिली श्रीमद्भागवत गीता के ज्ञान को आत्मसात करेगी। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में प्रो. बिजाॅन कुमार मिश्रा, मौ.इशहाक खान और प्रेमप्रभा झा आदि ने श्रीमद भागवत गीता पर अपनी शंकाओं का समाधान पाया। आरजेएस फैमिली ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस और नोबल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक सी वी रमन को श्रद्धांजलि दी।

आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक ने आजादी की‌ अमृत गाथा का अगला कार्यक्रम नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में बुधवार 1 मार्च 2023को दोपहर 2 बजे से लेखक मंच पर ” भूले बिसरे स्वतंत्रता सेनानी पर चर्चा, आजादी की‌ अमृत गाथा का पोस्टर लोकार्पण और पुस्तक वितरण होगा।