गुरु नानक प्रकाश पर्व पर आरजेएस फैमिली का कोटि-कोटि नमन फूले की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि

नईदिल्ली (आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया)

महापुरुषों का पूर्वजों से नई पीढ़ी को परिचित कराने के लिए राम जानकी संस्थान आरजेएस, नई दिल्ली ने भारत में एक अनूठी पहल शुरू की है। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि महापुरुषों की जयंती और पुण्य तिथि पर इनके बारे में 25 राज्यों से जुड़ी आरजेएस फैमिली ने आभासी श्रद्धांजलि व जानकारी दी जाती है।

इसमें दिवंगत आत्माओं के सकारात्मक कार्यों की जानकारी दी जाती है। साथ ही हर महीने प्रकाशित होने वाली आरजेएस ई-पेपर स्मारिका में दी जाती है।भारत के भविष्य नई पीढ़ी को ध्यान में रखकर सकारात्मक भारत आंदोलन पांचवीं वर्षगांठ श्रृंखला के अंतर्गत राष्ट्रीय वेबिनारभी आयोजित होते रहे हैं।श्री मन्ना ने बताया कि सिक्खों के प्रथम गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व कोटि-कोटि नमन् किया गया और महात्मा ज्योतिबा फुले की 131 वीं पुण्यतिथि (28 नवंबर )को आरजेएस फैमिली ने श्रद्धांजलि दी. गुरु नानक देव जी के  “नानक नाम चढ़दी कला, तेरे भाणे सरबत दा भला” आदि विचारों को अआचरण में लाने का प्रयास अनवरत जारी है।

सिक्खों के प्रथम गुरु नानक देव जी को शांति और सेवा के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने लंगर   की प्रथा शुरू की जो आज भी जारी है। महात्मा ज्योतिबा फुले सामाजिक क्रांति के अग्रदूत रहे हैं। इनके नाम का आरजेएस भारत उदय ज्योतिबा फुले- सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय सम्मान 2021 दिल्ली स्थित कुशक गांव नंबर 1 के निवासी समाजसेवी चौधरी इंद्रराज सिंह सैनी श्रीमती कश्मीरो देवी ने अपने माता पिता स्वर्गीय श्री हीरालाल सैनी और श्रीमती भारती देवी की स्मृति में भेंट करेंगे। महात्मा फूले ने ही साबित्री बाई फुले को पढ़ाकर भारत की प्रथम शिक्षिका बनाया था और समाज सुधार के कई कार्य किए। भारत के संविधान दिवस 26 नवंबर को आरजेएस फैमिली ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को  श्रद्धांजलि दी ।

श्री मन्ना ने बताया कि मध्य प्रदेश के कटंगी- बालाघाट स्थित गांव उमरी निवासी श्री नत्थू लाल मेश्राम (फौजी) और श्रीमती शकुंतला मिश्राम ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉक्टर अंबेडकर के नाम आरजेएस का राष्ट्रीय सम्मान 2021 घोषित किया । अगले 6दिसंबर को बाबा साहेब की पुण्यतिथि है ।इस अवसर पर उदय मन्ना फेसबुक लाईव शो में रामजी सकपाल के अंबेडकर बनने की कहानी पर अन्य विषयों के अलावा चर्चा होगी। श्री मन्ना ने आगे बताया कि मध्य प्रदेश   तिरोड़ी बालाघाट स्थित गोरेघाट गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक दंपति मंशाराम उचबगलेऔर श्रीमती मैनाबाई उचबगले ने पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम का आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2021 भेंट करेंगे। सभी आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2021 का विवरण और फोटो आरजेएस की आगामी प्रेरक पुस्तक में प्रकाशित की जाएगी। महापुरुषों व पूर्वजों के विचारों को नई पीढ़ी तक ले जाने का प्रयास जारी है और रहेगा। इसमें पाॅजिटिव मीडिया उत्प्रेरक का कार्य कर रहे हैं।