(लेख: सुरेन्द्र सिंह डोगरा)
10 अप्रैल, 2020 : आज पुरे विश्व को करोना प्रकोप ने भयावह स्थिति पैदा करते हुए समस्त मानव-जाति को अजीब ही आंतक के घेरे में कैद कर रखा है. अनेक विश्वनीय सूत्रों के मुताबिक कोविड-१९ जंग से लाचार जूझते हुए अभी तक पुरे विश्व के दौ सौ से अधिक देशो में कुल मिलाकर करीब एक लाख लोगों की मौत हो चुकी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन, बड़े से बड़े देशों के मेडीकल संस्थाएं/संगठन, बड़े-से-बड़े डॉक्टर्स एवं शोधकर्ताओं इस संक्रमण की दवा-टीका आदि नहीं खोज पाएं है. जिसके कारण पुरे जहाँ में मानव और जीव जन्तुओं पर भी जान जाने का खतरा मंडराने लगा है. लेकिन अभी तक इसका कोई भी प्रमाणिक हल नहीं ढूढ पाएं हैं. और फिलहाल इससे बचने के लिए विश्व के तमाम नागरिकों को सोशल दिस्टेंशिंग (सामाजिक,भीड़-भाड एवं शारीरिक दूरियां) साफ-सफाई बनाए रखने, मास्क-सेनीटाईजर आदि धारण करने के आलावा लॉकडाउन के लिए मजबूर होना पड रहा है. चीन, इटली, अमेरिका, यूके, स्पेन, जर्मनी, ईरान, फ़्रांस, बेल्जियम, नीदरलैंड आदि अनेक देश आर्थिक रूप से संपन्न तथा अत्याधुनिक मेडिकल उपकरणों एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर के बाबजूद हजारों लोगों की जान गवां चुके हैं. हर देश की अपनी-अपनी आर्थिक-भोगोलिक-राजनैतिक-सामाजिक-धार्मिक धारणाएं, स्थितियां परिस्थितियां हैं लेकिन इस मौके पर अपने-अपने स्तर सभी अपने नागरिकों की जान हरसंभव बचाने में दिन-रात जुटे हुए हैं.
मेरा मानना है कि अगर अपने, पडोसी अथवा गरीब देशों में खेल स्टेडियम विकसित किए जाएँ तो शरीर स्वस्थ रहेगा. बाकि साफ सफाई के मामले में, हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा घर-घर, गाँव- मोहल्लों में शौचालय एवं साफ-सफाई विकसित करने के लिए स्वंय झाड़ू उठाकर प्रेरक संदेश देते हुए गाँधी जी के सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. जिसके परिणामस्वरूप अन्य राज्यों ने भी अपने निवासियों को स्वस्थ बनाए रखने में भी काबिले तारीफ जागरूकता पैदा की है. आज अगर हमें करोना जैसे भंयकर संक्रमण, वायु-ध्वनि प्रदूषण से धरती को बचाना है तो जमीनी एवं युद्धस्तर पर कमर कसना होगा. आम जनता में अपने देसी खान-पान, योगा, उपयोगी कारगर उपचार पद्धति को भी प्रचारित-प्रसारित करने के साथ-साथ और अधिक दमखम दिखाना होगा. जैसा कि हमने पूरे जगत में आईटी सेक्टर को अत्यधिक विकसित कर ऊँचा स्थान हासिल किया है. इसी तरह आज हमें पर्यावरण सुरक्षा एवं खेलों के विकास करने की सख्त जरुरत है, जिसकी योजना के अंतर्गत अंतर्गत शैक्षिक संस्थाओं, छोटे-मोटे गली मोहल्लों में हरे-भरे पार्क एवं मिन्नी आउटडोर-इंडोर स्टेडियम कई बड़े सार्वजानिक पार्कों में टॉयलेट विकसित तथा नियमित रखरखाव करने की सख्त जरुरत है. विश्व में एक भी ऐसा खिलाडी बताओ जिसकी इस कोरोना हुई हो. ऐसा क्यों? रशिया एवं दक्षिणी कोरिया में भी अभी तक एक भी नहीं हुई. क्योंकि स्वस्थ शरीर एवं साफ शरीर किसी से संक्रमित नहीं हो सकता है. इसलिए डरे न घबराएं-खेलों को अपनाएं. देश- प्रदेश में खुशहाली लाएँ. साथी ही आगामी अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं एवं ओलिंपिक में गोल्ड ही गोल्ड पाएं.