प्रेम व मानवता की सकारात्मक सोच से ही भारत एक परिवार- विश्व एक घर बनेगा.आरजेएस फैमिली ने मनाया विश्व मानवतावादी दिवस

आज दुनिया में मानवता पर लगातार कुठाराघात हो रहा है जिसके भयंकर परिणाम ना केवल परिवारों में बल्कि राज्यों और देशों में नजर आ रहे हैं। राम जानकी संस्थान, आरजेएस नई दिल्ली और टीजेएपीएस केबीएसके, पश्चिम बंगाल के संयुक्त तत्वावधान में  रविवार 21 अगस्त को  दीदेवार जीवन ज्योति के सहयोग से पचासीवें आजादी की‌ अमृत गाथा का राष्ट्रीय वेबिनार संयुक्त राष्ट्र संघ के विश्व मानवतावादी दिवस पर आयोजित किया गया। 

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार ये दिवस 19 अगस्त को घोषित है।

 वेबिनार के संचालन कर्ता आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि वेबिनार में शहीद राजगुरू, संत मदर टेरेसा, स्वतंत्रता सेनानी राजकुमार शुक्ल,और शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खां को  श्रद्धांजलि दी गई।वेबीनार के सह-आयोजक दीदेवार जीवन ज्योति के संस्थापक सुरजीत सिंह कोहली “दीदेवार” मुख्य वक्ता थे जो आरजेएस सकारात्मक सूचना केंद्र,पटेल‌ नगर के प्रभारी हैं।

25 अगस्त को इस संस्था का 11 वां वार्षिक दिवस है। उन्होंने कहा कि अगर अपने भीतर के स्वयं को तैयार किया जाए तो सहयोग मिल जाता है और सामूहिक रूप से कोई भी कार्य सही दिशा में होने से उन्नति होती है। जो विचार समाज के लिए सुखदाई है वह स्वयं के लिए भी सुखदाई होता है।

 सकारात्मक भारत आंदोलन के योद्धा और आरजेएस पटना के प्रभारी साधक ओम प्रकाश झुनझुनवाला और श्रीमती कौशल्या देवी मुख्य अतिथि थे। उन्होंने आरजेएस फैमिली के सकारात्मक भारत आंदोलन के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आरजेएस के सकारात्मक आंदोलन से उनका पूरा परिवार जुड़ गया है।

 मानवता की रक्षा के लिए “वास्तविक जीवन में सकारात्मक व्यक्तियों की आवश्यकता” विषय पर  मुख्य अतिथि ब्रह्मकुमारीज सेंटर सिरी फोर्ट, दिल्ली की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रम्हकुमारी रमा बहन ने कहा कि परमात्मा के साथ रिश्ता को व्यवहारिक रूप में लाने के लिए सोच सकारात्मक व कल्याणकारी होनी चाहिए और इसका श्रेय परम शक्ति को समर्पित किया जाए।

विशेष अतिथि के रुप में आमंत्रित श्री देवोत्थान सेवा समिति के राष्ट्रीय संयोजक और अस्थि कलश विसर्जन यात्रा के संयोजक विजय शर्मा ने कहा कि देश या  विदेशों से अस्थियों को एकत्र करना और उनका गंगा में  विसर्जन करना एक मिशन है। लोगों की गंगा के प्रति आस्था के मद्देनजर हर  साल की तरह  अगले 23 सितंबर को आईटीओ दिल्ली से कनखल की अस्थि विसर्जन यात्रा होगी जिसके अंतर्गत 24 सितंबर को दस-बारह हजार अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा।

 अध्यक्षीय संबोधन करते हुए द टेंपल ऑफ अंडरस्टैंडिंग इंडिया फाउंडेशन के महासचिव डॉ एके मर्चेंट ने कहा कि प्रेम शक्तिशाली गुण है, प्रेम की परिभाषा समझनी होगी। अगर परिवार में खुशी है, तो फिर  परिवार ,समाज और देश-विदेश में मानवता की रक्षा हो सकती है।

 इस अवसर पर उत्तर रेलवे के अधिकारी संजीव दत्ता ने विश्व में चल रहे शक्ति प्रदर्शन को नकारात्मक बताया। आरजेएस पाॅजिटिव‌ स्पीकर  के रूप में शहीद सुखदेव के पौत्र अनुज थापर , राजेन्द्र सिंह कुशवाहा और प्रियंका सिन्हा ने आरजेएस फैमिली की ओर से महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी।

श्री मन्ना ने बताया कि अगले रविवार राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित आजादी की‌ अमृत गाथा में मुख्य अतिथि 

मेजर ध्यानचंद के सुपुत्र हाॅकी चैंपियन अशोक ध्यानचंद को आमंत्रित किया गया है।

 सकारात्मक भारत-उदय यात्रा और राष्ट्रीय सम्मान अर्पण के लिए आरजेएस की यात्राएं दिल्ली के बाद बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पूर्वोत्तर राज्यों में जाएगी। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन सभागार, पटना में 13 सितंबर को हिंदी दिवस कार्यक्रम और राष्ट्रीय सम्मान समारोह का गणमान्य अतिथियों के साथ भव्य आयोजन तय हुआ है।