Month: April 2020
अशोक कुमार निर्भय दिल्ली पत्रकार संघ (रजि.).ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पत्र लिखकर कोरोना महामारी में भी रिपर्टिंग करने वाले पत्रकारों के लिए आर्थिक सहायता देने व बीमा योजना …
S.S. Dogra-Mg. Editor-Dwarka Parichay with Mukesh Kumar Singh-President-Village Development Foundation www.villagedevelopmentfoundation.org
जान है तो जहान है, समाजसेवी शम्भु शर्मा से SS Dogra की बातचीत, Delhi will Overcome CORONA by 3 May
अशोक लव सैकड़ों वर्ष पूर्वविश्व विजय का संकल्प लिएनगरों को रौंदता आया था सिकंदर।भारत की सीमा पर ही थम गया थाउसका विश्व-विजय-अभियान।आज फिर विश्व को रौंदता आ गया हैअदृश्य …
प्रो. सरोज व्यास रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कालजयी रचना ‘कृष्ण की चेतावनी’ का यह अंशः “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है” | आज की परिस्थितियों मेंतबलीगी जमात के धर्मांध मौलानाओं, ज़ाहिल अनुयाईयों और उनके गँवार …
अशोक कुमार निर्भय एक तरफ कोरोना दिनोंदिन विकराल रूप धारण करता जा रहा है जबकि दूसरी तरफ लॉकडाउन को विफल करने की नित नई साजिशें रची जा रही हैं। …
प्रो. (डॉ.) सरोज व्यास स्तब्ध हूँ, नि:शब्द हूँ, किन्तु अन्तर्मन की पीड़ा के ज्वार को रोकने में असमर्थ हूँ | 14 अप्रैल को लॉकडाउन बढ़ा, अपेक्षित था और अनिवार्य भी | लॉकडाउन बढ़ने की घोषणा के …
जूनून हमसे क्या कुछ नहीं करा लेता।वो हमें चुप नहीं बैठने देता।हमें हार नहीं मानने देता।यूं तो हम कुछ न कुछ करने की कोशिश करते ही रहते हैं। लेकिन …
Sukriti DhingraMSC (Clinical Mental Health Sciences ) King’s College LondonMSC University College London The year 2020 was supposed to be futuristic, we dreamt of space travel, hover-boards, and self-tying …
To defeat CORONA you need to strengthen your lungs with deep breathing and improve your immune system. For detail steps, visit @
भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक और उच्चकोटी के विद्वान, बाबा साहेब अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था. उनके पिता का नाम रामजी मालोजी अम्बेडकर …
Conducts a series of Virtual Guest Lectures by industry honchos Corporate Resource Team is active in helping students get internships during pandemic situation Amidst the complete lockdown because of …
(अन्जना पौडेल’अनुश्रुति’) आज फेरीपूर्वी क्षितीजबाटरातो रंगको नौंलो घाम जन्मिएरउक्लंदैछपहाड माथि माथि !धर्तीका गालामाताप फिजाउदैछ बर्षौ देखि जमीनसमाउदै पृथ्वीकोकुनाकुनामा फैलिएकाजराहरुले सिचेर अमृतनयाँ आशाका फूल फक्रेरउज्यालो जून तिर फर्केरमुसुक्क हाँस्दैछन्कोरोना कहर विर्सेरअक्काको समर्पणलाइमाथ …