Month: August 2021

मेरी जाति हिंदुस्तानी की जीत

डॉ. वेदप्रताप वैदिक यह देखकर तो अच्छा लगा कि संसद के दोनों सदनों ने अन्य पिछड़ा वर्ग की जनगणना के विधेयक को शांतिपूर्वक पारित कर दिया। अब राज्यों को …

हर आदमी को न्याय कैसे मिले ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत के सर्वोच्च न्यायाधीश एन.वी. रमन ने आज भारत की न्याय-व्यवस्था के बारे में दो-टूक बात कह दी है। विज्ञान भवन के एक समारोह में उन्होंने …

इस्लाम के नाम पर कोरा उन्माद

डॉ. वेदप्रताप वैदिक मज़हब के नाम पर कितनी पशुता हो सकती है, इसके प्रमाण हमें अफगानिस्तान और पाकिस्तान, हमारे ये दो पड़ौसी दे रहे हैं। अफगानिस्तान में तालिबान ने …

डूटा व टीचर्स के दबाव के चलते कॉलेज खुलने का आदेश वापिस लिया ।

आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए ) के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने जारी बयान में बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के उस …

शादियों में मजहब का अड़ंगा?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड ने भारत के मुसलमानों के नाम आज एक अपील जारी करके कहा है कि वे किसी गैर-मुस्लिम से शादी न करें। …

स्वभाषाओं का स्वागत लेकिन….?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक यह खुश खबर है कि देश के आठ राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कालेजों में अब पढ़ाई का माध्यम उनकी अपनी भाषाएँ होंगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति …

नेता क्यों न सुनें जनता की आवाज?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति परेश उपाध्याय ने एक स्थानीय मामले में ऐसी बात कह दी है, जिससे सिर्फ गुजरात ही नहीं, संपूर्ण भारत का लोकतंत्र …

नीतीश के नए तेवर पर सवाल

डॉ. वेदप्रताप वैदिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीशकुमार बड़े मजेदार नेता हैं। वे कई ऐसे अच्छे काम कर डालते हैं, जिन्हें करने से बहुत-से नेता डरते रहते हैं। अपने देश …

प्रकृति को पोषित नहीं किया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे- संजय राठी

यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेश अध्यक्ष एवं मीडिया एक्रीडेशन कमेटी के सदस्य संजय राठी ने अपना 55 वां जन्मदिवस पौधारोपण कर मनाया। इस अवसर पर उन्होंने मैना टूरिस्ट कंपलेक्स …

विश्व-संस्था में भारत को नया मौका

डॉ. वेदप्रताप वैदिक संयुक्तराष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद ऐसी संस्था है, जो सबसे शक्तिशाली है। इसके पांच सदस्य स्थायी हैं। ये हैं- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन। इन …

आज़ादी की तड़प !

पिन्जरे की चिड़िया को लाख समझायो ,दयालु है और वहाँ उसे अपने ही जिस्म की दुरगंध भी नहीं मिलेगी ,खुली हवा का सुख और सुकून का लुत्फ़ भी बड़ा …