आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया फैमिली , दिल्ली की प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के मुख्यालय माउंट आबू यात्रा के दूसरे दिन की यात्रा 28 मार्च को आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया परिवार ने यहां ब्रह्म लोक भवन में आयोजित दो विशेष सत्रों में भाग लिया। जिसके पहले सत्र में बहन शिवांगी द्वारा स्वयं को जाने (आत्मा)सत्र में बड़े ही वृहद ढंग आत्मा को जानने के गूढ़ रहस्यो पर प्रकाश डाला।
उसके बाद दुसरे सत्र में विश्व कल्याणी भवन में मुख्यालय मीडिया संयोजक बी के चन्दा बहन ने परमात्मा को जानें विषय पर अपने उद्गार व्यक्त किए। और आत्मा से परमात्मा के जुड़ाव विषय पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर इस केंद्र के मीडिया प्रभारी बीके करूणा भाई जी भी मौजूद थे, जिन्हें आरजेएस के द्वारा सम्मानित किया गया।
विशेष आजादी की अमृत गाथा 142 में सेनानी प्रताप सिंह,हरदेव जोशी , अर्जुन लाल सेठी की स्मृति को आरजेएस फैमिली ने नमन किया। उसके बाद आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया परिवार ने ब्रह्मकुमारीज आश्रम के अनाज विभाग, साहित्य विभाग ,गाॅडली गिफ्ट और शिव बाबा के भंडारे (किचेन) जिसमें एक बार में हजारों लोगों के भोजन बनाने की व्यवस्था है का भ्रमण किया।
अपराह्न काल में आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया परिवार ने ब्रह्मकुमारीज आश्रम के तपोवन में होनेवाली विभिन्न प्रकार की जैविक (यौगिक) कृषि को करीब से देखा, इसके बाद आश्रम की अंतराष्ट्रीय गतिविधियों के संचालन के लिए बने मानसरोवर भवन और आश्रम के गौशाला का भ्रमण किया।
इस यात्रा में लेखक व आकाशवाणी के पूर्व कार्यक्रम निदेशक डा.हरिसिंह पाल, डा पुष्पा पाल , विचारक सुरजीत सिंह दीदेवार, लेखक व आकाशवाणी समाचार सेवा प्रभाग के पूर्व निदेशक राजेंद्र उपाध्याय,पत्रकार नीरज सोनी, आकाश श्रीवास्तव,और प्रांजल श्रीवास्तव,आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर, सहित पत्रकार महेंद्र अग्रवाल शामिल रहे।
ब्रह्मकुमारीज आश्रम से 28 मार्च को सकारात्मक यात्रा नवरात्रि के मद्देनजर गुजरात के अंबाजी मंदिर पहुंची और अंबाजी के दर्शन किए। बनासकांठा स्थित पालमपुर, गुजरात के स्वतंत्रता सेनानी प्रताप सिंह को आरजेएस ने श्रद्धांजलि दी। हजारों लोगों के सामने धर्मशाला के खुले मैदान में साले मियां वीर सिंह के साथ अंग्रेजों ने तीन अगस्त 1857 को फांसी के फंदे पर लटका दिया था।
आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि आरजेएस की दिल्ली, गुजरात और पटना से 26 मार्च को छ: दिवसीय माउंट आबू यात्रा का प्रारंभ हुई जो 31 मार्च को दिल्ली में आकर संपन्न होगी।