Month: April 2011

खामोशी की अपनी ही जुबां होती हैं

 प्रवीण कुमार  शर्मा  खामोशी की अपनी ही जुबां होती हैं न तुमने कहा न मैनें कहा खामोशी ने खामोशी से कहा आखों की कमी आखों में नमी खामोशी है आखों में पानी बनकर …

सिंधी समाज पुरस्कार से सम्मानित हुई हस्तियां

प्रेमबाबू शर्मा स्वतंत्रता आदोलन में सिंधी समाज का बहुत बडा योगदान रहा है। वर्तमान में देश की प्रगति में भी सिंधी समाज अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उक्त विचार …

लडकी कालेज की बेहतरीन अलबम है: मोहम्मद अनिस

प्रेमबाबू शर्मा संगीत की दुनियां की  लोकप्रिय म्युजिक कंपनी एस.के. म्युजिक की आगामी प्रस्तुति ‘लडकी कालेज की’ और ‘मेरी नाजनीन बाजार में रीलिज की तैयारी में है। दोनों ही अलबमों में …