Month: December 2021

सर्दियों में स्वस्थ जीवन शैली के उपाय और नया कोरोना वायरस के प्रभाव पर चर्चा

आरजेएस, नई दिल्ली-टीजेएपीएस केबीएसके प.बंगाल द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में सर्दियों और कोरोना काल में स्वस्थ जीवन शैली पर आजादी की अमृत गाथा के तैंतीसवें अंक मेंरविवार को महापुरुषों/स्वतंत्रता …

भारत कैसे बने सच्चा लोकतंत्र

डॉ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने विश्व लोकतंत्र सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन में दुनिया के लगभग 100 देशों ने भाग लिया लेकिन इसमें रुस, चीन, …

कोरोना काल के दौरान सभी ब्रह्मलीन हुई आत्माओं की शांति हेतु शांति हवन

नई दिल्ली।१० दिसम्बर,२०२१:हिम सामाजिक संगठन द्वारा आगामी रविवार 12 दिसम्बर को कारोना काल के दौरान ब्रह्मलीन हुई समस्त आत्माओं की शांति हेतु शांति हवन, हनुमान मंदिर डी-6, सेक्टर-6, डीडीए …

दहेज मांगने पर गिरफ्तारी

डॉ. वेदप्रताप वैदिक हरयाणा की एक युवती ने दहेज के विरुद्ध ऐसा जबर्दस्त कदम उठाया है कि उसका अनुकरण पूरे भारत में होना चाहिए। भारत सरकार ने दहेज निषेध …

गीता जयंती के उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि व स्वास्थ्य पर कार्यक्रम

नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय गाथा है आजादी की अमृत कथा। सकारात्मक भारत आंदोलन के अंतर्गत आरजेएस, नई दिल्ली-टीजेएपीएस केबीएसके प.बंगाल द्वारा आजादी की अमृत गाथा के श्रृंखलाबद्ध 75 …

दिव्यांगजनों को खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़ावा देकर सशक्त बनाया जा सकता है – आरजेएस वेबीनार

रविवार को आजादी की अमृत गाथा के इकतीसवें अंक में दर्जन भर सेनानियों और महापुरुषों को श्रद्धांजलि देकर “बौद्धिक अक्षमता कारण और बचाव” पर पाॅजिटिव स्पीकर डा ओमप्रकाश झुनझुनवाला,प्रभारी,आरजेएस …

शिक्षा और चिकित्सा पर ध्यान जरुरी

डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में शिक्षा और चिकित्सा की जितनी दुर्दशा है, उतनी तो कुछ पड़ौसी देशों में भी नहीं है। ये दो क्षेत्र ऐसे हैं, जिनमें यदि भारत …

विश्व दिव्यांग दिवस पर बौद्धिक अक्षमता कारण और बचाव पर चर्चा

विश्व दिव्यांग दिवस2021 के उपलक्ष में आजादी की अमृत गाथा के31वें अंक  में  बौद्धिक अक्षमता कारण और बचाव पर आरजेएस राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन रविवार 5 दिसंबर को होगा।वेबीनार …

आज किसान-मंथन ज्यादा जरुरी

डॉ. वेदप्रताप वैदिक संसद के दोनों सदनों में कृषि-कानून उतनी ही जल्दी वापिस ले लिये गए, जितनी जल्दी वे लाये गए थे। लाते वक्त भी उन पर आवश्यक विचार-विमर्श …